Thursday, May 26, 2022

पन्ना में हथिनी केनकली ने दिया एक नर बच्चे को जन्म

  • मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिज़र्व में बाघों के साथ-साथ हांथियों का कुनबा भी बढ़ रहा है। गत 24 मई को यहाँ की हथिनी केनकली ने नर बच्चे को जन्म दिया है। इस नये मेहमान के आने के साथ ही पीटीआर में हांथियों का कुनबा बढ़कर 16 हो गया है। 

नन्हे मेहमान को दुलारते हुए पन्ना टाइगर रिज़र्व का महावत पास में खड़ी हथिनी केनकली। 

।। अरुण सिंह ।।

पन्ना। बाघों के लिए प्रसिद्ध मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में हथिनी केनकली ने एक नर बच्चे को जन्म दिया है, इस नन्हे बच्चे का वजन लगभग 100 किलोग्राम है। यहां हाथियों के कुनबे में एक नये और नन्हे मेहमान के आ जाने से जहाँ खुशी का माहौल है, वहीं हाथियों की देखरेख करने वाले पीटीआर के महावत व प्रबंधन बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित भी है। मालूम हो कि यह नन्हा बच्चा अंदरूनी चोट के कारण खड़ा नहीं हो पा रहा है। इस नन्हे मेहमान के आ जाने से पन्ना टाइगर रिजर्व में हाथियों का कुनबा बढ़कर अब 16 हो गया है। हांथियों के इस कुनबे में दुनिया की सबसे उम्रदराज हथिनी वत्सला भी शामिल है, जो पन्ना टाइगर रिज़र्व के लिये किसी धरोहर से कम नहीं है। 

पन्ना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक उत्तम कुमार शर्मा ने आज जानकारी देते हुए बताया कि 15-16 वर्ष की मादा हाथी केनकली ने 24 मई को सुबह एक नर बच्चे को जन्म दिया है। हथिनी केनकली का यह पहला बच्चा है, जो जन्म के बाद से पीछे के पैरों में खड़ा नहीं हो पा रहा था। उक्त हाथी के बच्चे का प्रारंभिक स्तर पर पन्ना टाइगर रिजर्व की चिकित्सकीय टीम द्वारा निगरानी एवं उपचार उपरांत स्कूल फॉर वाइल्डलाइफ एंड फॉरेंसिक हेल्थ नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा महाविद्यालय जबलपुर से पांच सदस्यीय चिकित्सकों की टीम को बुलाया गया। उक्त 5 सदस्यीय टीम द्वारा डॉक्टर शोभा जावडे के नेतृत्व में निरीक्षण एवं उपचार किया गया। यह आशंका है कि बच्चे के पिछले हिस्से में कोई अंदरूनी चोट की वजह से वह खड़ा नहीं हो पा रहा है। 

पन्ना टाइगर रिजर्व के अनुभवी महावतों की टीम एवं चिकित्सकों द्वारा सतत निगरानी एवं उपचार किया गया। खड़ा न होने की वजह से बच्चा दूध नहीं पी पा रहा था। बच्चे को खड़ा करने हेतु कृत्रिम व्यवस्था बनाई गई। तत्पश्चात पशु चिकित्सक द्वारा किए गए उपचार एवं कार्यरत अमले द्वारा हाथी के बच्चे की देखभाल के उपरांत 24 घंटे के अंदर हाथी का बच्चा दूध पीने लगा है। वर्तमान में हाथी के बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार है एवं बच्चे को स्वयं खड़ा करने हेतु समस्त प्रयास जारी हैं। इस नन्हे बच्चे का वजन लगभग 100 किलोग्राम है। हाथी के इस बच्चे की पन्ना टाइगर रिजर्व के अनुभवी महावत पूरी देखरेख कर रहे हैं। 

इसके पूर्व 46 वर्षीय हथनी रूपकली ने 18 सितम्बर 20 की सुबह पन्ना टाइगर रिजर्व के परिक्षेत्र हिनौता स्थित हाथी कैंप में मादा शिशु को जन्म दिया था। उस शिशु का भी जन्म के बाद अनुमानित वजन 100 किलोग्राम था। विगत 24 मई की सुबह नर बच्चे को जन्म देने वाली हथिनी केनकली व उसके नन्हे शिशु की समुचित देखरेख तथा विशेष भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है। हथिनी को दलिया, गुड, गन्ना तथा शुद्ध घी से निर्मित लड्डू खिलाये जा रहे हैं ताकि नन्हे शिशु को पर्याप्त दूध मिल सके। हथनी व उसके शिशु की चौबीसों घंटे देखरेख व निगरानी के लिए स्टाफ की तैनाती की गई है।

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