Monday, December 5, 2022

पानी के लिए सबसे ज्यादा परेशान होती हैं गांव की महिलाएं : मीना सिंह

  • पन्ना जिले की ग्राम पंचायत रक्सेहा में आयोजित हुआ जल संवाद
  • विदेशी प्रतिनिधियों ने भी इस संवाद में साझा किया अपना अनुभव

जल संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित करती जिला पंचायत पन्ना की अध्यक्ष मीना सिंह। 

।। अरुण सिंह ।। 

पन्ना। हवा, पानी और भोजन जीवन की अनिवार्य आवश्यकता है, इनके बिना जीवन संभव नहीं है। देश के अधिकांश गांवों में आज भी पेयजल के लिए महिलाओं को भटकना पड़ता है। इस विकट समस्या के निराकरण हेतु जल जीवन मिशन की घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त 2019 को की थी। इस मिशन के तहत भारत के सभी दूर-सुदूर गाँवों के हर घर तक शुद्ध पेय जल पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया है जिसे 2024 तक पूरा किया जाना है।

जल जीवन मिशन का बेहतर ढंग से क्रियान्वयन हो ताकि ग्रामीणों को सुगमता से शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके, यह जरुरी है। इस दिशा में स्वयंसेवी संस्था समर्थन द्वारा पन्ना जिले के 40 गाँव में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के साथ मिलकर जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन में मदद कर रही है। जल एवं स्वच्छता तदर्थ समित के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक करने का काम भी किया जा रहा है। इसी तारतम्य में समर्थन संस्था के तत्वाधान में पन्ना जिले की ग्राम पंचायत रक्सेहा में जल संवाद का आयोजन हुआ। जिसमे वैश्विक स्तर पर जल व स्वच्छता पर काम कर रहे WHH की Irene Gai और Benjamin Harris ने भी भाग लिया और दुभाषिये के जरिये ग्रामीणों से संवाद करते हुए अपने अनुभवों को भी साझा किया।


इस मौके पर जिला पंचायत पन्ना की अध्यक्ष मीना सिंह ने कहा कि मैं खुद गांव से हूँ इसलिए यह बहुत अच्छी तरह से जानती हूँ कि गांव की महिलाओं को सबसे ज्यादा पानी के लिए परेशान होना पड़ता है। हर घर तक शुद्ध पेय जल पहुँचाने का प्रधानमंत्री के संकल्प को हमें अपना संकल्प बनाना है। जब यह हमारा संकल्प बनेगा तभी हर घर नल से जल योजना का क्रियान्वयन सही तरीके से हो सकेगा। जिला पंचायत पन्ना की अध्यक्ष ने कहा कि अंतिम छोर में खड़ा व्यक्ति जब खुशहाल होगा तभी सही अर्थों में समृद्धि आयेगी। उन्होंने जल संरक्षण पर जोर दिया और कहा कि बारिश के समय गांव का पानी गांव में रहे इसके लिए उपाय करने होंगे। जल संवाद कार्यक्रम को जिला पंचायत उपाध्यक्ष संतोष सिंह यादव, जनपद सीईओ श्री पटेल, पुष्पराज सिंह, कृषक दयाराम सिंह, अंजू सिंह ग्राम रहुनिया, रामशिरोमणि सरपंच ग्राम पंचायत दिया तथा राहुल निगम ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम का प्रभावी संचालन समर्थन संस्था के ज्ञानेन्द्र तिवारी ने किया जबकि आभार प्रदर्शन रक्सेहा सरपंच शेफाली दास ने किया।         

हर दिन प्रति व्यक्ति 55 लीटर मिलेगा स्वच्छ जल

जल जीवन मिशन के तहत चलाए गए इस कार्यक्रम को हर घर जल का नाम दिया गया है। इसके तहत प्रतिदिन प्रति व्यक्ति 55 लीटर स्वच्छ एवं सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराया जाता है। 3.6 लाख करोड़ रुपये की लागत वाली इस योजना को 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह योजना पूरे देश में तेजी से लागू की जा रही है। 

उल्लेखनीय है कि जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन की स्थिति प्रदेश के आधे से ज्यादा जिलों में बहुत खराब है। एमपी के 33 जिलों में तो अभी तक आधा काम भी नहीं हो पाया है। मध्य प्रदेश के 51 हजार 548 गांवों में से शासन ने छह हजार 747 गांवों में योजना के तहत 100 फीसदी काम पूरा होने का दावा किया, लेकिन जब जांच की गई तो महज दो हजार 110 गांव ही सत्यापित हो पाए। प्रदेश के तीन जिले छतरपुर, सतना और पन्ना में तो इस मिशन के बहुत बुरे हाल हैं, यहां केवल 22 फीसदी के लगभग कार्य हो पाया है। 

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