उल्लेखनीय है कि इतिहास में ऐसे कई नाम हैं जिनकी गौरव गाथा को वह स्थान नहीं मिला जिसके वे हकदार हैं। ऐसे नामों में सबसे प्रमुख एक नाम बुंदेलखंड के रियल हीरो बुंदेल केसरी महाराजा छत्रसाल का भी है। भारतीय इतिहासकारों ने बहुमुखी प्रतिभा के धनी इस अप्रतिम योद्धा के व्यक्तित्व को जनमानस के सामने लाने में कोताही की है, न्याय नहीं किया। यही वजह है कि जीवन पर्यंत मुगलों से संघर्ष करते हुए विजय पताका फहराने वाले महा पराक्रमी योद्धा को इतिहास में वह स्थान नहीं मिल पाया जो मिलना चाहिये। मुगलों के अन्याय व अत्याचार के खिलाफ लड़ाई का बिगुल फूंकने वाले बुंदेलखंड के इस योद्धा की शौर्य गाथा को जनमानस के सामने लाने की अभिनव पहल प्रदेश सरकार ने की है, जिसकी सराहना हो रही है।
कार्यक्रम के सम्बन्ध में मिली अधिकृत जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान सोमवार 22 मई को पन्ना प्रवास के दौरान छत्रसाल जयंती के मुख्य कार्यक्रम में शिरकत करने के साथ आयोजित होने वाले अन्य कई कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे। छत्रसाल जयंती सोमवार 22 मई को महेन्द्र भवन से छत्रसाल पार्क तक सुबह 7 बजे गौरव मैराथन आयोजित की जाएगी। शाम 5 बजे प्राणनाथ मंदिर से छत्रसाल पार्क तक छत्रसाल गौरव यात्रा भी निकाली जाएगी। छत्रसाल स्टेडियम में शाम 6 बजे मुख्य कार्यक्रम होगा और नगर में घर-घर दीपक जलाकर दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रमों की जोर शोर के साथ तैयारियां की जा रही हैं, इसके लिए अधिकारियों को कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के रूप में कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए ड्यूटी निर्धारित की गई है।
मुख्यमंत्री कृषि विज्ञान मेला में होंगे शामिल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के मुख्य आतिथ्य में 22 मई को लक्ष्मीपुर पैलेस, कृषि महाविद्यालय प्रांगण में जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेला आयोजित किया जाएगा। इसके साथ विभागीय विकास कार्यों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। जिला कलेक्टर द्वारा संबंधित विभाग के अधिकारियों को प्रदर्शनी मेला प्रांगण में विभागीय विकास कार्यों की प्रदर्शनी लगवाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है। साथ ही मेला में हितग्राही व कृषकों की सहभागिता और विभागीय योजनाओं के लाभांवित हितग्राहियों के अनुदान राशि के चेक व सामग्री का वितरण कराने के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में निर्देश दिए गए हैं।
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