- इस खूबसूरत फूल वाली बेल को लगाने का यही है सही समय
- सुंदरता के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी है बहुत फायदेमंद
अपराजिता या शंखपुष्पी एक खूबसूरत बेलदार पौधा है, जिसमें नीले और सफेद रंगों के फूल खिलते हैं। अपराजिता का पौधा घर में लगाने से सुख-समृद्धि बनी रहती है, साथ ही इसकी बेल आपके घर को सुन्दर बनाते हैं। यह खूबसूरत पौधा औषधीय गुणों से भी परिपूर्ण होता है।
अपराजिता नाइट्रोजन स्थिरीकरण करने वाला पौधा है और जड़ों में नोड्स बनाता है। आप भी अपने किचन गार्डन या होम गार्डन में नीले रंग के फूल वाले पौधे अपराजिता को लगा सकते हैं। बेहद खूबसूरत अपराजिता के फूलों को लोग पूजापाठ के लिए बहुत पसंद करते हैं। ये फूल अपनी सुंदरता के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं। इस फूल में एंटीऑक्सीडेंट्स की भरमार होती है।
अपराजिता का पौधा एक वर्ष में मिट्टी में प्राकृतिक रूप से लगभग 15-20 प्रतिशत फॉस्फेट, पोटेशियम और सल्फर के साथ 30 से 35 प्रतिशत नाइट्रोजन की मात्रा को बढ़ा सकता है। यह गर्म और आर्द्र जलवायु में अच्छी तरह ग्रो करने वाला, काफी गहरी जड़ प्रणाली वाला पौधा है। बीज से अपराजिता फूल का पौधा उगाने का सही समय वसंत ऋतु का मौसम होता है जब तापमान 18 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच हो। यह अपराजिता या नीलकंठ का पौधा अधिक ठंड में अच्छी तरह से विकसित नहीं होता है, इसलिए इसे हल्के गर्म मौसम में ही लगाना उचित है।
अपराजिता के पौधे को बीज से कैसे उगाएं
अपराजिता या शंखपुष्पा के पौधे को बीज से उगाने में अधिक समय लगता है लेकिन इसे बीज से लगाना काफी आसान है, इसलिए आमतौर पर लोग कटिंग से नहीं बल्कि अपराजिता के पौधे को बीज से उगाना उचित समझते हैं। घर पर अपराजिता प्लांट लगाने के लिए 9 गुणे 9 इंच या इससे अधिक गहराई वाले गमले या ग्रो बैग का चयन करें, जिसमें जल निकासी छेद अवश्य हो।
अपराजिता का पौधा उगाने के लिए बीज को नार्मल पानी में 5-7 घंटे के लिए घर के अन्दर रखें। मिट्टी का मिश्रण तैयार कर गमले में भरें और मिट्टी में ऊँगली से एक इंच का छेद करें और उसमें बीज को डालकर ढक दें।
प्रत्येक बीज को 3-4 इंच की दूरी पर लगाएं। अपराजिता के बीज उचित तापमान पर 15 से 20 दिनों के अन्दर अंकुरित हो सकते हैं। बीज लगे गमले की मिट्टी में नमी बनाएं रखें। बीज अंकुरित होने के बाद अपराजिता के पौधों से फूल खिलने में 6 से 8 महीने का समय लगता है।
अपराजिता पौधे की देखभाल कैसे करें
जब अपराजिता के पौधे बड़े हो जाते हैं तो उन्हें अधिक देखभाल की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन थोड़ा समय अपने अपराजिता के पौधों को देना जरूरी है।
अपराजिता पौधे के गमले को धूप वाले स्थान पर रखें, जहाँ पौधे को रोजाना 6-8 घंटे सूर्य प्रकाश मिल सके। पौधे को नियमित रूप से पानी देते रहें तथा मिट्टी में नमी बनाए रखें। फ्लावरिंग सीजन के दौरान मृत और मुरझाए फूल तथा शाखाओं की प्रूनिंग अवश्य करें, यदि आप फूलों को सूखने या परिपक्क होने के लिए छोड़ देते हैं तो उसमें बीज विकसित होने लगेंगे और पौधे में फूल लगने कम हो जाएंगे।
अपराजिता के पौधे बेल के रूप में बढ़ते हैं तथा इनकी लम्बाई 10 से 15 फीट की होती है इसलिए इसके पौधे को रस्सी या जाली का सहारा अवश्य दें। पौधे लगे गमले की मिट्टी में जलजमाव न होने दें। अपराजिता के पौधे को कीटों से सुरक्षित रखने के लिए नीम तेल और पानी के घोल का स्प्रे किया जाना चाहिए।
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