पन्ना। मध्यप्रदेश का 70वां स्थापना दिवस समारोह पन्ना में शनिवार को गरिमामय और हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। जिला मुख्यालय पर टाउन हॉल में पूर्व मंत्री एवं विधायक पन्ना बृजेन्द्र प्रताप सिंह के मुख्य आतिथ्य में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि ने फीता काटकर विभागीय प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
कार्यक्रम में लोकतंत्र सेनानियों एवं शहीद के परिजनों का सम्मान किया गया। छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की आकर्षक प्रस्तुतियां दी गईं। प्रदेश के स्थापना दिवस पर मध्यप्रदेश गान का सामूहिक गायन भी हुआ। पूर्व मंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 1956 में तीन राज्यों को मिलाकर मध्यप्रदेश का गठन हुआ था। गठन के 44 वर्ष बाद पृथक छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना हुई। मध्यप्रदेश अपने संस्कार और संस्कृति के पुर्नमिलन से निरंतर ऊंचाईयों की ओर अग्रसर है। यहां विविधता में एकता है।
प्रदेश की समृद्धशाली संस्कृति के साथ इतिहास भी गौरवशाली रहा है। प्रदेश प्राकृतिक रूप से एवं वन्य प्राणियों के कारण भी समृद्धशाली है। मध्यप्रदेश कई नदियों का उद्गम स्थल है। पानी की पर्याप्त उपलब्धता के कारण फसलों का भरपूर उत्पादन हो रहा है। विश्व पटल पर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थल और पुरातात्विक धरोहरों के कारण भी अलग पहचान है। उन्होंने कहा कि टाइगर स्टेट के कारण मध्यप्रदेश देश और विश्व के पर्यटकों के आकर्षण का बड़ा केन्द्र है। प्रदेश की कला, संस्कृति, संगीत और साहित्य भी अनूठा है। उद्योग, कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में भी मध्यप्रदेश तरक्की कर रहा है। मध्यप्रदेश जैविक खेती सहित तांबा, दलहन, सोयाबीन एवं मसाला उत्पादन में भी देश का अग्रणी राज्य है। ग्राम स्वराज की स्थापना सर्वप्रथम मध्यप्रदेश में हुई थी। पूर्व मंत्री ने कार्यक्रम में पुरानी विरासत और पर्यावरण के संरक्षण के संकल्प की बात कही।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मंदिरों की नगरी पन्ना में श्री जुगल किशोर लोक निर्माण की बाधाओं को दूर किया गया है। महाकाल लोक की तर्ज पर इसका निर्माण किया जाएगा। पन्ना धाम भगवान श्री कृष्ण के सात विग्रहों में से भी एक है। पन्ना शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में चयन के साथ पन्ना के होनहार छात्रों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि पन्ना जिला की हीरा नगरी के रूप में अलग पहचान है। खनिज संपदा के साथ स्वच्छता में भी पन्ना को नंबर एक बनाने के लिए हमें प्रयास करने की आवश्यकता है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि वर्तमान परिवेश में संकीर्ण सोच की महत्ता नहीं है। हमें सदैव बड़ा लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ना चाहिए। देश एवं प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। आज की आवश्यकता मुताबिक तकनीक और नवाचार के जरिए हमें विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य एवं कर्णधार हैं। इसलिए छात्र-छात्राओं को किसी भी अवसाद से बचना चाहिए और अपने रूचि के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ योगदान के साथ आगे बढ़ने का निरंतर प्रयास करना चाहिए।
स्थापना दिवस के कार्यक्रम में जिपं अध्यक्ष मीना राजे, उपाध्यक्ष संतोष सिंह यादव, नपाध्यक्ष मीना पाण्डेय सहित कलेक्टर ऊषा परमार, जिपं सीईओ उमराव सिंह मरावी, अपर कलेक्टर मधुवंतराव धुर्वे एवं अतिरिक्त सीईओ अशोक चतुर्वेदी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन परियोजना अधिकारी संजय सिंह परिहार द्वारा किया गया।
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