Saturday, December 29, 2018

2.55 करोड़ रू. में बिका 42.59 कैरेट का हीरा

  •   पन्ना की उथली खदान में मजदूर मोतीलाल को मिला था यह नायाब हीरा
  •  नीलामी में हीरा बिकते ही गरीब मजदूर बना करोड़पति
  •   झांसी निवासी राहुल अग्रवाल एण्ड कम्पनी ने खरीदा यह हीरा


पन्ना के महेन्द्र भवन स्थित हीरा कार्यालय प्रांगण में आयोजित नीलामी का द्रश्य।  

अरुण सिंह,पन्ना, 29 दिसम्बर18। म.प्र. के पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती में उथली खदान से विगत दो माह पूर्व मिला 42.59 कैरेट वजन वाला नायाब हीरा खुली नीलामी में आज बिक गया। यह हीरा 6 लाख रू. प्रति कैरेट की दर से 2 करोड़ 55 लाख रू. में बिका है, जिसे  झांसी उ.प्र. के निवासी राहुल अग्रवाल ने खरीदा है। पन्ना जिले के इतिहास में अब तक का यह सबसे कीमती हीरा दो माह पूर्व 9 अक्टूबर को गरीब मजदूर मोतीलाल प्रजापति को मिला था। हीरा बिकने के साथ ही यह मजदूर अब करोड़पति बन गया है। पन्ना की रत्नगर्भा धरती ने इस गरीब मजदूर को नये साल का अविस्मरणीय तोहफा दिया है, जो लम्बे समय तक याद रहेगा।
हीरे के साथ मोतीलाल प्रजापति।

उल्लेखनीय है कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक महेन्द्र भवन स्थित हीरा कार्यालय प्रांगण में भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 28 दिसम्बर से उथली खदानों से प्राप्त हीरों की खुली नीलामी शुरू हुई है। इस नीलामी में कुल 161 नग हीरे रखे गये हैं, जिनमें 42.59 कैरेट वजन वाला यह नायाब हीरा भी शामिल था। पूरे देशभर से नीलामी में भाग लेने आये हीरा व्यापारियों के बीच जेम क्वालिटी का यह हीरा आकर्षण का केन्द्र था। आज सुबह 11 बजे से जैसे ही नीलामी की प्रक्रिया शुरू हुई, सभी व्यापारियों की नजरें इस नायाब हीरे पर टिकी हुई थीं। लेकिन बसपा नेता चरण सिंह  यादव के साथी झांसी निवासी राहुल अग्रवाल ने इस हीरे की सबसे ऊँची बोली 6 लाख रू. प्रति कैरेट लगाई, फलस्वरूप पन्ना जिले के इतिहास का यह सबसे कीमती हीरा राहुल अग्रवाल के नाम कर दिया गया। नीलामी में रखे गये इस हीरे के बिकते ही मजदूर मोतीलाल प्रजापति के घर व परिवार में जश्न और खुशी का माहौल है। आज से अब कोई भी मोतीलाल प्रजापति को मजदूर कहकर नहीं पुकारेगा, क्योंकि वह अब करोड़पति बन गया है। हीरा अधिकारी संतोष सिंह  ने बताया कि मोतीलाल प्रजापति को मिला हीरा 2 करोड़ 55 लाख रू. में बिका है, जिस पर 12 फीसदी टैक्स काटकर शेष राशि हीराधारक मोतीलाल को प्रदान की जायेगी।

सहेजकर रखेंगे यह हीरा: राहुल


 हीरे का खरीददार राहुल अग्रवाल हाँथ में हीरा लिये हुये।
पन्ना की खदान से निकले 42.59 कैरेट वजन वाले नायाब हीरे को खरीदकर राहुल अग्रवाल बेहद खुश और गौरव का अनुभव कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस बेहद खूबसूरत हीरे को वे सहेजकर रखेंगे। जेम क्वालिटी वाले इस हीरे को खरीदने के लिये गुजरात, मुम्बई, दिल्ली व पंजाब से बड़ी संख्या में हीरा व्यापारी व अन्य कारोबारी आये हुये थे, लेकिन हीरे की सबसे ऊँची बोली उ.प्र. के झांसी निवासी राहुल अग्रवाल व इनकी कम्पनी ने लगाई और यह हीरा उनका हो गया।

अब तक का यह दूसरा बड़ा हीरा


पन्ना जिले के इतिहास में अब तक का यह दूसरा बड़ा हीरा है। इसके पूर्व लगभग 57 वर्ष पहले 15 अक्टूबर 1961 को महुआटोला की उथली हीरा खदान से रसूल मोहम्मद को 44.55 कैरेट वजन वाला जेम क्वालिटी का हीरा मिला था, जो अब तक का सबसे बड़ा हीरा है। मोतीलाल प्रजापति को मिला हीरा 42.59 कैरेट वजन का है, जो दूसरा बड़ा हीरा है। लेकिन कीमत के  लिहाज से आज शनिवार को बिका यह हीरा सबसे ज्यादा कीमती है, जिसने एक नया रिकार्ड बनाया है।

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