Wednesday, May 15, 2019

मारना था सांभर व चीतल और फँस गया बाघ



  •   नर बाघ के शिकार की घटना का हुआ खुलासा
  •   बेटी की शादी में पार्टी मनाने के चक्कर में मरा बाघ


  पन्ना जिले की सीमा से लगे मझगवां वन रेंज की अमिरती बीट के डुडहा नाला कम्पार्टमेंट नंबर- 810 में गत 12 मई की रात करंट से मृत तकरीबन 3 साल के नर बाघ की मौत का सच सामने आ गया है। गांव में गजराज कोल के घर आई बेटी की बारात में सांभर -चीतल या फि र जंगली सुअर के मांस की दावत उड़ाने के इरादे से जंगल में जाल फैलाया गया था। पुलिस की मदद से वन विभाग के हत्थे चढ़े 5 में से 4 आरोपी  गजराज समेत अमिरती गांव के आरोपी रंजन कोल, राजेश मवासी और ज्वाला सतनामी ने मिलकर बिजली के नंगे तारों का जाल फैलाया था। इनमें से किसी को भी इस बात की आशंका नहीं थी कि जाल में बाघ फंस जायेगा।

घात लगाकर 3 घण्टे छिपे रहे आरोपी


वयस्क नर बाघ की हत्या के आरोपियों ने तकरीबन रात साढ़े 8 बजे डुडहा नाले के उस प्राकृतिक घाट पर करंट लगाया, जहां आमतौर पर वन्य प्राणी पानी के लिये पहुँचते हैं। आरोपी जंगल में ही घात लगा कर छिप गये। रात तकरीबन साढ़े 11 बजे आरोपियों के बीच उस वक्त भगदड़ मच गई, जब करंट दौड़ते जाल में फं से टाईगर ने दहाड़ मारी, दहाड़ से जंगल थर्रा उठा। मझगवां वन परिक्षेत्र में वन्य प्राणियों के बेलगाम आखेट की इस बड़ी वारदात से अगर वन विभाग के मैदानी अमले ने वक्त रहते सबक नहीं लिया तो इस परिक्षेत्र में घूम रहे अन्य दूसरे बाघ व बाघिनों की जान भी कभी भी जोखिम में पड़ सकती है। जानकार सूत्रों के मुताबिक वर्ष 2016 में इस जंगल में पन्ना टाइगर रिजर्व से पहुँची एक वयस्क बाघिन पी 213 से एक टाइगर की भेंट हुई थी। ये टाइगर रीवा जिले के ककरेड़ी के जंगल से यहां पहुँचा था। दोनों के मिलन से 2 शावक जन्मे जिनमें से एक मेल टाइगर मारा गया। जानकारों ने बताया कि वर्ष 2017 में इसी जोड़ी ने एक मेल और एक फ ीमेल शावक को जन्मा था। मृत टाइगर वयस्क होने के साथ ही अपने पैतिृक गोल से स्वाभाविक रूप से अलग हो गया था। इससे पहले दो बार इस शावक के पदचिन्ह इसी डुडहा नाले में देखे गये थे।

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