Tuesday, December 22, 2020

होम स्टे में पर्यटक बुंदेली व्यंजनों का उठाएंगे लुत्फ

  • पन्ना में पर्यटकों को बुंदेली संस्कृति से परिचित कराने अभिनव पहल
  • पर्यटन गांव मंडला में स्थापित होम स्टे का कलेक्टर ने किया निरीक्षण 


पर्यटन गांव मड़ला स्थित होम स्टे में बुन्देली गीतों का आनंद लेती महिलायें। 
।। अरुण सिंह ।।

पन्ना। बुंदेलखंड की समृद्ध संस्कृति तथा रीति-रिवाजों से पर्यटकों को परिचित कराने तथा ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मध्य प्रदेश पर्यटन विकास विभाग द्वारा होम स्टे स्थापित कराने की अभिनव पहल शुरू की गई है। जिसके तहत पन्ना टाइगर रिजर्व के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 39 के किनारे स्थित पर्यटन गांव मंडला को चिन्हित किया गया है। इस गांव की निवासी आदिवासी महिला रमाबाई की बखरी को ठेठ बुंदेली अंदाज में सजा संवार कर विकसित किया गया है। यहां देसी व विदेशी पर्यटक होम स्टे करके न सिर्फ पन्ना टाइगर रिजर्व का भ्रमण कर वन्यजीवों का दीदार कर सकेंगे अपितु सुप्रसिद्ध बुंदेली व्यंजनों का लुत्फ उठाते हुए अन्य गतिविधियों का भी भरपूर आनंद ले सकेंगे।

 उल्लेखनीय है कि पन्ना जिले के पर्यटन गांव मंडला में विकसित किए गए होम स्टे का कलेक्टर संजय कुमार मिश्रा ने निरीक्षण कर यहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया है। उन्होंने बताया कि यह होम स्टे ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ ग्रामीणों को उनके ही गांव में रोजगार भी उपलब्ध कराएगा। होम स्टे में पर्यटकों के लिए उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की जानकारी लेने के साथ कलेक्टर ने इस अभिनव पहल की सराहना करते हुए हर संभव सहयोग प्रदान करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले पर्यटकों को किसी भी तरह की असुविधा न हो इस बात का पूरा ध्यान रखा जायेगा। मालुम हो कि मध्य प्रदेश पर्यटन विकास विभाग द्वारा बुंदेली सांस्कृतिक समिति छतरपुर के माध्यम से होम स्टे को विकसित किया गया है। बुंदेली कल्चर समिति छतरपुर के सचिव कीर्तिवर्धन सिंह ने बताया कि मध्य प्रदेश पर्यटन विकास विभाग ने पर्यटन गतिविधियों से जुड़े एनजीओ चुने हैं, जो ग्राउंड लेवल पर जाकर इस योजना को मूर्त रूप देने के कार्य में लगे हैं। होम स्टे योजना के तहत पूरे प्रदेश में 100 ग्रामों की श्रंखला तैयार की जा रही है। पर्यटन विकास विभाग द्वारा होम स्टे स्थापित करने वाले ग्रामीणों को न सिर्फ प्रशिक्षित किया जाएगा अपितु उन्हें पर्यटक भी मुहैया करायेगा।

 होम स्टे में पर्यटकों को मिलेगा बुंदेली परिवेश 


चूल्हे में बुन्देली पकवान बनाती गांव की महिलायें। 

ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने विकसित होम स्टे के निर्माण में बुंदेली स्थापत्य का भी ध्यान रखा जा रहा है।मोटी दीवाल से निर्मित कमरे तथा ऊपर खपरैल का लुक दिया गया है। ग्रामीण परिवेश के अनुरूप होम स्टे में एसी व कूलर का उपयोग नहीं होगा बल्कि भवन निर्माण इस तरह किया गया है कि गर्मी में भी पर्यटक प्राकृतिक रूप से शीतलता का अनुभव करेंगे। होम स्टे करने वाले पर्यटकों को देसी बुंदेली व्यंजन विशेषकर महेरी, डुभरी, मुर्का, फडूला, गुलगुले, कढ़ी, दल भजिया, ज्वार, कठिया गेहूं तथा बाजरे की रोटी का स्वाद चखने को मिलेगा। पर्यटक वोटिंग, फिशिंग व वन क्षेत्र के भ्रमण का भी लुत्फ उठा सकेंगे। इन सभी गतिविधियों का संचालन गांव के ही प्रशिक्षित युवक करेंगे। पर्यटकों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए पर्यटन विकास विभाग द्वारा होम स्टे की वेबसाइट भी विकसित की गई है। जिससे पर्यटक ऑनलाइन होम स्टे में अपना आरक्षण करा सकेंगे। वेबसाइट में सभी आवश्यक जानकारी तथा मिलने वाली सुविधाओं का ब्यौरा रहेगा।

 बुंदेली राइडर्स ग्रुप पर्यटन को कर रहा प्रमोट


ग्रामीण होम स्टे पर्यटन को बढ़ावा देने वाले युवा राइडर्स। 

 बुंदेली राइडर्स ग्रुप द्वारा भी अनूठे अंदाज में ग्रामीण पर्यटन को प्रमोट किया जा रहा है। इस ग्रुप में शामिल युवा बुलेट मोटरसाइकिल में सवार होकर अलग-अलग ग्रामों का भ्रमण कर वहां रुकते हैं। पन्ना में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए बुंदेली राइडर्स ग्रुप सोमवार को पर्यटन गांव मंडला पहुंचा। मंडला से 10 बाइकर्स का यह ग्रुप ग्राम रानीपुर पहुंचा। जहां उन्होंने पारदी वॉक क्षेत्र का भ्रमण कर पारदी समुदाय द्वारा तैयार किए गए देसी भोजन का आनंद लिया। रानीपुर गांव में पारदी समुदाय के लोगों द्वारा पारदी वॉक का आयोजन किया जाता है, जो पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय हुआ है। अपने निराले अंदाज में पारदी यहां के खूबसूरत सेहा व जंगल का भ्रमण पर्यटकों को कराते हैं और वन्यजीवों व पक्षियों की आवाज निकालकर उनका भरपूर मनोरंजन भी करते हैं।

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