Saturday, August 22, 2020

पन्ना में 90 एवं 85 साल के बुजुर्ग दम्पत्ति ने दी कोरोना को मात

  • अब तक 217 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में 200 मरीज हो चुके हैं स्वस्थ
  • पन्ना जिले में अभी तक नहीं हुई किसी कोरोना पॉजिटिव मरीज की मृत्यु

कोरोना को मात देने वाले 90 एवं 85 साल के बुजुर्ग दम्पत्ति का स्वागत करते स्वास्थ्य कर्मचारी। 

अरुण सिंह,पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में कोरोना पॉजिटिव 90 एवं 85 साल के बुजुर्ग दम्पत्ति ने कोरोना को मात दी है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एल.के. तिवारी ने बताया कि पन्ना जिले में कोविड बीमारी को लेकर शुरूआत से बनाई गई योजना के अनुसार बेहतर प्रबंधन के चलते अब तक की स्थिति सामान्य बनी हुई है, इसी क्रम में 22 अगस्त 2020 को डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर जिला चिकित्सालय पन्ना में भर्ती 90 एवं 85 साल के कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग दम्पत्ति कोरोना को मात देकर स्वस्थ होने के उपरांत कोविड हेल्थ सेंटर से डिस्चार्ज कर होम आईसोलेट कर दिये गये हैं। जिले में शनिवार 22 अगस्त को 4 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। अब तक कुल 217 कोरोना पॉजिटिव प्रकरण पाये जा चुके हैं, जिनमें से  200 पॉजिटिव मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर अपने घर वापिस जा चुके हैं। इस तरह से मौजूदा समय जिले में कोविड-19 के एक्टिव पुष्ट केसों की संख्या 17 है। 

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तिवारी ने बताया कि जिले में कोविड मरीजों के प्रबंधन हेतु कुल 08 कोविड केयर सेन्टर एवं 02 डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर निर्धारित किये गये हैं। जिले में गुनौर, पवई, अजयगढ़ सहित जिला मुख्यालय पर चिन्हित किए गये 08 कोविड केयर सेन्टर में 450 आईसोलेशन बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध है तथा निर्धारित 02 डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर में 75 सेन्ट्रल ऑक्सीजन सप्लाई युक्त बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध है। जिनमें अब तक डीसीएचसी जिला चिकित्सालय पन्ना में 22, सीसीसी जिला चिकित्सालय पन्ना में 41, सीसीसी अजयगढ़ में 42, सीसीसी मॉडल स्कूल पन्ना में 82 एवं सीसीसी पवई में 28 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भर्ती कर उनको आवश्यक उपचार, भोजन, दूध, फल इत्यादि प्रदाय कर प्रबंधन किया गया है। इसके अतिरिक्त गंभीर लक्षण वाले 02 पॉजिटिव मरीजों को सागर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था, जिनका जिले से लगातार फॉलोअप किया गया एवं वर्तमान में वह भी स्वस्थ होकर वापिस घर जा चुके हैं। जिले में जिला मुख्यालय एवं ब्लाक, तहसील स्तर पर कुल 08 फीवर क्लीनिक की स्थापना की गई है, जहां पर सर्दी, जुकाम एवं बुखार के अब तक 4271 मरीजों को देखा गया है जिनमें से 2198 संदिग्ध व्यक्तियों के सैम्पल कलेक्ट किये गये हैं।   

आपने बताया कि जिले में अब तक कोरोना के 10790 सैम्पलों की जांच कराई जा चुकी है, जिनमें कुल 215 कोरोना पॉजिटिव प्रकरणों की पुष्टि हुई है तथा शेष 02 प्रकरण अन्य जिलों व राज्यों में पॉजिटिव पाये गये हैं। प्रदेश में वर्तमान में पॉजिटिविटी दर 4.37 है, जबकि पन्ना जिले की पॉजिटिविटी दर 2.12 है, जो कि प्रदेश की पॉजिटिविटी दर से कम है। इसी प्रकार प्रदेश का रिकव्हरी दर 75.4 है, जबकि पन्ना जिले का रिकव्हरी दर 93.26 है, जो कि प्रदेश के अनुपात से काफी अधिक है। प्रदेश में मृत्यु की दर 2.4 है, जबकि पन्ना जिले में आज दिनांक तक किसी भी कोरोना पॉजिटिव मरीज की मृत्यु नही हुई है। जो कि हमारे जिले के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। उल्लेखनीय है कि पन्ना जिला सहित प्रदेश में मात्र 04 जिले ही ऐसे हैं, जहां एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मृत्यु अब तक नही हुई है। जिसको देखते हुए हमारा मुख्य उद्देश्य यही है कि जिले में मरीजों का बेहतर तरीके से प्रबंधन किया जाये, जिससे मृत्यु को रोका जा सके। प्रदेश में अब तक कोविड-19 बीमारी से हुई मृत्यु के प्रकरणों में देखने में पाया गया है कि कुल मृत्यु में से 90 प्रतिशत मरीज Co-Morbidities से संबंधित बीमारियों से पूर्व से पीड़ित थे। जिसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि Co-Morbidities से पीड़ित व्यक्तियों में कोविड-19 बीमारी के कारण मृत्यु होने की ज्यादा आशंका है। जिसको देखते हुए इसके लिए जिले में विशेष अभियान के तहत आशा,एएनएम द्वारा घर-घर सर्वे कर बीपी, डायबिटीज, टीबी, अस्थमा एवं हृदय रोग से संबंधित व्यक्तियों को चिन्हांकित कर उनको तत्काल आवश्यक उपचार प्रदाय करने के निर्देश दिये गये हैं। जिससे उनमें कोविड बीमारी के संक्रमण होने पर मृत्यु की संभावना को रोका जा सके। 

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