Wednesday, November 19, 2025

पन्ना ने दिलाया प्रदेश को डायमंड स्टेट और टाइगर स्टेट का दर्जा : मुख्यमंत्री

  • जीआई टैग मिलने से पन्ना के डायमंड को मिली है वैश्विक पहचान
  • मुख्यमंत्री ने 83 करोड़ रू. के कार्यों का किया लोकार्पण व भूमिपूजन

मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव पन्ना जिले के शाहनगर में आयोजित हितग्राही सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए 

पन्ना। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को पन्ना जिले के शाहनगर में आयोजित हितग्राही सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि पन्ना की रत्नगर्भा भूमि किसी पहचान की मोहताज नहीं है। पन्ना ने खुद के साथ मध्यप्रदेश को भी गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि इन दिनों जहां देखो, उधर अपना पन्ना ही चमक रहा है। पन्ना की पुण्यधरा से निकलने वाले पारस (हीरा) से मध्यप्रदेश पूरे विश्व में मशहूर हो रहा है। मध्यप्रदेश को 'डायमंड स्टेट' और 'टाइगर स्टेट' का दर्जा दिलाने का श्रेय भी पन्ना को ही जाता है। 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पन्ना डायमंड को जीआई टैग मिलने पर जिलेवासियों को बधाई देते हुए कहा कि जीआई टैग ने पन्ना की पहचान पर अब वैश्विक मुहर लगा दी है। अब पूरी दुनिया यहां के हीरों को 'पन्ना डायमंड' के नाम से ही जानेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 'पन्ना डायमंड' अब एक ब्रांड के रूप में उभर रहा है। इससे न सिर्फ अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में पहचान बढ़ेगी, बल्कि वैल्यू-चेन, माइनिंग, प्रोसेसिंग, एक्सपोर्ट और जेम-आधारित उद्योग, सबमें निवेश के नए अवसर सामने आएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पन्ना जिले को बहुत जल्द मेडिकल कॉलेज की सौगात मिलने वाली है। आज पन्ना और छतरपुर के बीच भव्य राजगढ़ पैलेस होटल का शुभारंभ भी हुआ है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को पन्ना जिले की पवई विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत शाहनगर में हितग्राही सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यहां करीब 83 करोड़ रूपए की लागत वाले 14 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इसमें 9 करोड़ रूपए की लागत से बनी बिसानी-श्यामगिरी-कल्दा-सले हा वाया मैन्हा मार्ग के उन्नयन कार्य का लोकार्पण एवं 74 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले 13 विकास कार्यों का भूमिपूजन शामिल हैं। इसके अंतर्गत मुख्यमंत्री ने 4.25 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले पवई में तिघरा बैराज का भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलन एवं कन्या पूजन कर हितग्राही सम्मेलन की शुरूआत की। कार्यक्रम का शुभारंभ वंदे मारतम् गायन के साथ हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई विकास प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री की प्रमुख घोषणाएं

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर रैपुरा में नवीन महाविद्यालय खोलने, वर्तमान ग्राम पंचायत शाहनगर को नगर परिषद बनाने तथा शाहनगर ब्लॉक में दो अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्र खोलने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने करीब 135 करोड़ की लागत से टिकरिया-रीठी वाया खमरिया मार्ग का निर्माण करने, शाहनगर-बोरी-चमरईया सड़क मार्ग के चौड़ीकरण सहित पुराने बांधों की नहरों का सर्वे कराकर मरम्मत एवं जीर्णोद्धार का काम कराने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पवई और शाहनगर महाविद्यालय में विधि और विज्ञान संकाय भी शुरु किया जाएगा तथा शाहनगर के बंद उद्योग फिर से शुरू कराए जाएंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पन्ना के विकास को नई उड़ान देने के लिए राज्य सरकार पन्ना में 15 करोड़ की लागत से डायमंड बिजनेस पार्क तैयार कर रही है। यह पार्क पन्ना की अर्थव्यवस्था में एक नया अध्याय लिखेगा। इसके साथ बड़ागांव में 40 हेक्टेयर क्षेत्र में औद्योगिक पार्क का विकास लगभग पूर्ण है। वर्षों से बंद पड़ी एनएमडीसी परियोजना को हमने पुनः प्रारंभ कराया गया है, जिससे बड़े स्तर पर हीरो का खनन एक बार फिर प्रारंभ हो चुका है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आने वाले समय में केन-बेतवा राष्ट्रीय नदी जोड़ो परियोजना जिले के विकास को नया रूप देगी। केन-बेतवा नदी लिंक परियोजना से जिले में 1 लाख 35 हज़ार हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी और 600 से अधिक गांवों में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। हमारे पवई को भी इसका भरपूर लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि पन्ना टाइगर रिज़र्व, विश्व प्रसिद्ध हीरे, समृद्ध वन संपदा, केन नदी का अ‌द्भुत कछार और राज्य सरकार की दूरदर्शी नीतियां सब मिलकर आने वाले वर्षों में जिले की अर्थव्यवस्था को एक नए स्वरूप में ढालने वाले हैं। 

उन्होंने कहा कि पन्ना टाइगर रिज़र्व वाइल्ड लाइफ टूरिज्म के बड़े केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है। बाघों की बढ़ती संख्या, पार्क की वैश्विक प्रतिष्ठा और पर्यटकों का रुझान, स्थानीय युवाओं के लिए गाईडिंग, होटल रिसॉर्ट, ट्रांसपोर्ट और हैंडीक्राफ्ट जैसे क्षेत्रों में रोज़गार के नए अवसर बना रहा है। सरकार द्वारा होम-स्टे, एडवेंचर टूरिज्म और कनेक्टिविटी सुधारने के प्रयासों से क्षेत्र के विकास को गति मिल रही है। हम पन्ना जिले के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि महिला सशक्तिकरण में पन्ना पूरे प्रदेश में अग्रणी है। यहां 10 हज़ार 301 स्व-सहायता समूहों की 1 लाख से अधिक बहनों को 180 करोड़ रुपए से ज़्यादा का बैंक लिंकेज मिला है, जिसमें से लगभग 18 हज़ार महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पन्ना जिले की महिलाएं स्व-सहायता समूहों से जुड़कर आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। लाड़ली बहनों को प्रति माह 1500 रुपए राशि भेजी जा रही है। 

उन्होंने कहा कि पन्ना जिले में मेडिकल कॉलेज स्थापना के लिए करीब 25 एकड़ भूमि आवंटित की जा चुकी है और संबंधित निवेशक के साथ एमओयू भी हो चुका है। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत पवई बांध ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना द्वारा 158 ग्रामों में पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया, खजुराहो सांसद वी.डी. शर्मा, पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह, पवई विधायक प्रह्लाद सिंह लोधी सहित जनप्रतिनिधि, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, बड़ी संख्या में लाड़ली बहनें एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।

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पन्ना टाइगर रिजर्व में गाइडों की हड़ताल से पर्यटक हो रहे परेशान

पन्ना टाइगर रिजर्व मड़ला कोर गेट के गाइड अपनी समस्या बताते हुए। 

पन्ना। मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में पिछले तीन दिनों से गाइडों की हड़ताल चल रही है। इस हड़ताल के चलते पन्ना टाइगर रिज़र्व भ्रमण हेतु आने वाले पर्यटक परेशान हो रहे हैं। पर्यटक वाहनों के साथ गाइडों के न जाने से टाइगर रिजर्व के कोर जोन में नियमों का उल्लंघन भी हो रहा है।

उल्लेखनीय है की विगत तीन दिनों से पन्ना टाइगर रिजर्व के गाइड हड़ताल पर है। हड़ताल किए जाने की मुख्य वजह पन्ना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक द्वारा अचानक जारी किया गया एक आदेश है। गाइडों के मुताबिक 13 नवंबर को बिना किसी पूर्व सूचना के कोर गेट मंडला एवं झिन्ना गेट बफर में नए गाइडों की भर्ती का आदेश कर दिया गया है। 

मंगलवार को इन गाइडों ने अपनी मांगों के निराकरण हेतु भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं स्थानीय सांसद विष्णु दत्त शर्मा तथा विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह से जिला मुख्यालय पहुंचकर मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा है। गाइडों ने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि कोर गेट मंडला में पहले से ही पर्याप्त संख्या में 49 गाइड कार्यरत हैं । उन्हें वर्तमान में भी प्रतिदिन रोजगार नहीं मिल पा रहा है। नई भर्ती हो जाने से पुराने गाइडों की आजीविका पर सीधा असर पड़ेगा और उनकी बेरोजगारी की समस्या और बढ़ जाएगी। उन्होंने मांग पत्र के माध्यम से क्षेत्र संचालक द्वारा की गई इस नई गाइड भर्ती को तत्काल प्रभाव से रोके जाने और पुराने गाइडों को यथावत उनके पद पर बनाए रखने की मांग की है।


बताया गया है कि कोर गेट मंडला की महिला गाइडों को झिन्ना बफर में नाइट सफारी में जाने हेतु कहा जा रहा है। इस पर कोर क्षेत्र की महिला गाइडों ने सुरक्षा का हवाला देते हुए इस पर असहमति जताई है। गाइडों का कहना है कि पन्ना टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मोहित सूद ने महिला गाइड के साथ अभद्रता पूर्ण व्यवहार करते हुए कहा है कि अगर बफर नाइट सफारी में नहीं जाना तो आप नौकरी छोड़ दें। डिप्टी डायरेक्टर के इस व्यवहार से महिला गाइड अत्यधिक आहत हैं। सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने गाइडों की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना और उनकी मांगों के त्वरित और उचित निराकरण के लिए आश्वासन दिया है।



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मुख्यमंत्री आज 82 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों की देंगे सौगात

 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 

पन्ना। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बुधवार को दोपहर 2.50 बजे सतना जिले के नागौद से हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर 3.10 बजे पन्ना जिले की पवई विधानसभा के शाहनगर पहुंचेंगे और कार्यक्रम स्थल खेल परिसर आमा में हितग्राही सम्मेलन के कार्यक्रम में शामिल होकर विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री शाम 5 बजे हेलिकॉप्टर द्वारा शाहनगर हेलीपैड से खजुराहो विमानतल रवाना होंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव के मुख्य आतिथ्य में आयोजित कार्यक्रम में 82.62 करोड़ के कुल 14 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन होगा। लोक निर्माण विभाग के एक कार्य के लोकार्पण सहित मुख्यमंत्री 13 विकास कार्योें का भूमिपूजन करेंगे। कार्यक्रम में जल संसाधन विभाग के एक विकास कार्य का भूमिपूजन भी होगा।

डॉ. यादव 8.78 करोड़ लागत राशि से निर्मित बिसानी-सलेहा वाया मैन्हा मार्ग के उन्नयन कार्य का लोकार्पण करेंगे। इसी तरह 4.25 करोड़ के तिघरा बैराज का भूमिपूजन भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव 7.19 करोड़ के ताला सारंगपुर मार्ग में मजबूतीकरण कार्य, 2.15 करोड़ के तिघरा करिया पटना मार्ग, 2.82 करोड़ के किन्ना मेन रोड से महोडकला मार्ग, 5.39 करोड़ के करिया से महोडकला मार्ग, 6.98 करोड़ के बगरोड से सुर्रा डोभा मार्ग, 2.43 करोड़ के कल्दा बछौन से गुवरदा मार्ग, 1.99 करोड़ के कल्दा बछौन से मगरदा मार्ग, 12.15 करोड़ के बगरोड सलैया समारी मार्ग, 4.97 करोड़ के नांदचांद नयाखेडा मार्ग, 9.13 करोड़ के ताला बंजारी मार्ग, 4.63 करोड़ के मोहन्द्रा-रैपुरा मार्ग के कि.मी. 37/8 से 38/8 तक में सीमेंट कांक्रीट मार्ग तथा 9.76 करोड़ के झिरिया हरिशचन्द्र से चहकना मार्ग का भूमिपूजन करेंगे। 

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Saturday, November 15, 2025

पेंच ने कायम की अनूठी मिशाल, आखिर पन्ना ने अपने संस्थापक बाघों को क्यों भुलाया ?

  • पेंच टाइगर रिजर्व में कबाड़ से बनाई गई है दुनिया की सबसे बडी बाघ स्टेच्यू 
  • पन्ना को भी अपने संस्थापक बाघों के सम्मान में करना चाहिए अभिनव पहल 

पेंच टाइगर रिजर्व में स्थापित हुई बाघ की विशाल स्टेच्यू का नजारा 

।। अरुण सिंह ।।

पन्ना। पेंच टाइगर रिजर्व ने कबाड़ से विश्व की सबसे बड़ी टाइगर प्रतिमा का निर्माण कराकर अनूठी मिशाल कायम की है। विगत 12 नवंबर को सिवनी आए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इसका अनावरण किया। लोहे के स्क्रैप मटेरियल से बनी यह प्रतिमा 40 फीट लंबी, 17 फीट 6 इंच ऊंची और 8 फीट चौड़ी है। पेंच टाइगर रिजर्व के खवासा पर्यटन परिसर में बनाई गई टाइगर की प्रतिमा को गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज कराने की कवायद भी शुरु हो गई है। पेंच की तर्ज पर पन्ना को भी अपने संस्थापक बाघों के सम्मान में उनकी स्मृतियों को कायम रखने के लिए रचनात्मक पहल करनी चाहिए। 

उल्लेखनीय है कि म.प्र. के पन्ना टाइगर रिजर्व ने देश और दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। बाघ पुनर्स्थापना योजना को यहाँ मिली चमत्कारिक सफलता से पन्ना विश्व गुरु के रूप में अपने को स्थापित करने में कामयाब हुआ है। बीते 15 सालों में यहां जो कुछ हुआ उसे देखकर दुनिया भर के वन्य जीव प्रेमी उत्साहित और हतप्रभ हैं। एक ऐसा वन क्षेत्र जो वर्ष 2009 में बाघ विहीन हो गया था वहां 15 साल में ही सौ से भी अधिक बाघ हैं। यहाँ घटित बाघ पुनर्स्थापना की अनूठी कामयाबी की प्रेरणादायी स्मृतियों को तरोताजा करने के लिये पार्क प्रबंधन ने अभी तक ऐसा कुछ नहीं किया जिससे पन्ना में घटित चमत्कार को आने वाली पीढ़ियां याद रखें तथा उससे प्रेरणा लें। 

पन्ना टाइगर रिजर्व का संस्थापक बाघ टी-3

बाघ पुर्नस्थापना के लिए पन्ना टाइगर रिजर्व विश्व स्तर पर सफलता का मानक बन चुका है। यही वजह है कि दुनिया भर से लोग पन्ना आकर बाघों को फिर से आबाद करने के गुर सीखना चाहते हैं। बाघ पुर्नस्थापना योजना को यहां पर जिस तरह से शानदार सफलता मिली है, उसे द्रष्टिगत रखते हुए पन्ना में ग्लोबल टाइगर लर्निंग सेन्टर की स्थापना होनी चाहिए। यदि यहां पर टाइगर लर्निंग सेन्टर की स्थापना हो जाती है तो पूरी दुनिया के लोग यहां बाघों के संरक्षण व पुर्नस्थापना का पाठ सीखने के लिए आयेंगे, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ - साथ स्थानीय कम्युनिटी को भी लाभ मिलेगा। 

पन्ना की सफलता पूरे विश्व में उत्कृष्ट श्रेणी का है, जहां सभी पुर्नस्थापित बाघिनों का सफलतम प्रजनन हुआ है। पन्ना में न सिर्फ पुर्नस्थापित बाघों ने सफलता पूर्वक प्रजनन कर वंशवृद्धि की है, अपितु दो अर्द्ध जंगली बाघिनों को भी यहां जंगली बनाने में सफलता मिली है। इन दोनों ही बाघिनों ने जंगली बनकर शावकों को जन्म भी दिया है।

पन्ना में बाघ पुर्नस्थापना की कामयाबी के शिल्पी रहे तत्कालीन क्षेत्र संचालक आर.श्रीनिवास मूर्ति ने पेंच टाइगर रिजर्व के अभिनव पहल को न सिर्फ सराहा है अपितु पन्ना को भी इससे प्रेरणा लेने की सलाह दी है। उन्होंने पीटीआर प्रबंधन से अनुरोध किया है कि पन्ना के सभी संस्थापक बाघों के लिए सकारात्मक अभिनव पहल हो, जिसमें प्रतिमा का निर्माण भी शामिल है। 

पन्ना टाइगर रिज़र्व को आज इस मुकाम तक लाने में सात संस्थापक बाघों का अहम् योगदान है। उनके इस योगदान को यादगार बनाया जाना चाहिए। पन्ना के संस्थापक बाघों में टी1 से टी7 तक सभी नर व मादा बाघ हैं। टी1, टी2 और टी6 मादा बाघ हैं, टी4 और टी5 अर्द्धजंगली बाघिनें थीं जिन्हे जंगली बनाया गया जबकि टी3  और टी7 नर बाघ हैं। श्री मूर्ति कहते हैं कि अपने संस्थापक बाघों के सम्मान में हम भी कुछ अभिनव पहल करें क्योंकि हम पहले ही देर कर चुके हैं। 

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Friday, November 14, 2025

खुशखबरी : पन्ना का हीरा अब होगा और खास, मिला जीआई टैग

  • पन्ना के हीरों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अब मिलेगी एक विशिष्ट पहचान
  • जीआई टैग प्राप्त होने से अब हीरा व्यवसाय से जुड़े लोगों को होगा लाभ 


।। अरुण सिंह ।।

पन्ना। बेशकीमती रत्न हीरा की खदानों के लिए देश और दुनिया में प्रसिद्ध मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की धरती से निकलने वाले हीरों को  जीआई टैग (GI tag) मिल गया है। जीआई टैग मिलने से पन्ना के हीरों की कीमत व महत्व और बढ़ जायेगा। मध्यप्रदेश के गौरव को बढ़ाने वाली यह खुशखबरी पन्ना के हीरा अधिकारी रवि पटेल ने आज शुक्रवार को दी है। 

उन्होंने बताया कि जीआई टैग मिलने से पन्ना के हीरों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैल्यू बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि जीआई (ज्योग्राफिकल इंडिकेशन) यानी भौगोलिक संकेत एक प्रतीक है, जो मुख्य रूप से किसी उत्पाद को उसके मूल क्षेत्र से जोड़ने के लिए दिया जाता है। जिस वस्तु को यह टैग मिलता है, वह उसकी विशेषता बताता है।

पन्ना के हीरों को जीआई टैग मिले, इसके लिए ह्यूमन वेलफेयर सोसाइटी लखनऊ ने चेन्नई स्थित संस्था में जून 2023 में आवेदन किया था। भारत के वाणिज्य मंत्रालय के तहत काम करने वाली यह संस्था पूरी जांच पड़ताल और छानबीन के बाद जीआई टैग देती है। जीआई टैग मिलने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में उस प्रोडक्ट की कीमत व महत्व बढ़ जाता है। 

हीरा अधिकारी श्री पटेल ने बताया कि जिला प्रशासन, हीरा खनन विभाग, मध्य प्रदेश सरकार के सहयोग और पद्मश्री डॉ. रजनी कांत, मानव कल्याण संघ के  जीआई तकनीकी सहायता से पन्ना के हीरों को यह महत्वपूर्ण उपलब्धि (जीआई टैग) प्राप्त हुई है। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के पन्ना जिले की पहचान सदियों से यहां की धरती से निकलने वाले बेशकीमती हीरों के कारण है। यही वजह है कि पन्ना को डायमंड सिटी के नाम से भी जाना जाता है। 

जीआई टैग मिलने से पन्ना के हीरों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक विशिष्ट पहचान मिलेगी, जिसका लाभ निश्चित ही पन्ना के हीरा व्यवसाय से जुड़े लोगों को मिलेगा। पन्ना के हीरे न केवल कानूनी मान्यता प्राप्त करेंगे, बल्कि अब इन हीरों की ब्रांड वैल्यू बढ़ेगी तथा उपभोक्ताओं को प्रमाणित और विश्वसनीय हीरे मिल सकेंगे। पन्ना के हीरों की अपनी एक विशेष पहचान रही है, उनका हल्का हरा रंग और कार्बन लाइन इन्हें अन्य हीरों से अलग तथा कटिंग और चमक में बेजोड़ बनाती हैं।

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Thursday, November 13, 2025

पन्ना के धरमसागर तालाब परिसर का होगा सौंदर्यीकरण

  • जिपं सीईओ ने अधिकारियों के साथ किया स्थल का निरीक्षण
  • यह स्थल टूरिस्ट और पिकनिक स्पॉट के रूप में होगा विकसित 


पन्ना। मन्दिरों के शहर पन्ना में पहाड़ियों की तलहटी में स्थित झीलनुमा प्राचीन धरमसागर तालाब परिसर का सौंदर्यीकरण करके उसे टूरिस्ट और पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित किया जायेगा। यहाँ पर वृहद रूप में सौंदर्यीकरण सहित अन्य विकास कार्य किया जाना प्रस्तावित है। विभिन्न कार्यों के समय पर क्रियान्वयन के उद्देश्य से एवं समयबद्ध कार्ययोजना के मुताबिक आवश्यक कार्य प्रारंभ किया जाएगा। 

जिला कलेक्टर के निर्देश पर गुरूवार को जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उमराव सिंह मरावी द्वारा परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण शशिकपूर गढ़पाले एवं सीएमओ उमाशंकर मिश्रा सहित अन्य अधिकारियों के साथ विकास कार्य स्थल का निरीक्षण किया गया और अधिकारियों को समय सीमा मेें वांछित कार्यवाही पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने अवैध अतिक्रमणकारी परिवार के सदस्यों से चर्चा कर नियत समय सीमा में निर्धारित सीमा से अतिक्रमण हटाने की समझाईश दी। इसके अलावा कुछ परिवारों को पूर्ण रूप से सतना बैरियर, काष्ठागार के निकट स्थित भूमि पर विस्थापन के संबंध में निर्देशित किया गया। 

इस दौरान विकास कार्य दायरे की चिन्हांकित सीमा को सुरक्षित करने के लिए फैंसिंग कार्य कराने पर भी चर्चा हुई। साथ ही पक्की सड़क के दोनों किनारों पर पेबर्स लगाने, चिन्हित स्थानों पर स्टोन पिचिंग कार्य सहित पार्क और गार्डन के विकास के लिए बाधारहित कार्य कराने पर भी चर्चा की गई। अधिकारियों ने पैदल भ्रमण कर विभिन्न कार्यों के स्थल का निरीक्षण किया और नवीन एस्टीमेट सहित आर्किटेक्चर से आवश्यक प्लान तैयार कराने तथा नवीन प्रोजेक्ट के तहत नए सिरे से विकास कार्य की रूपरेखा पर भी विचार विमर्श किया।  


जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि धरमसागर तालाब के सौंदर्यीकरण से नगरवासियों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी। साथ ही प्राचीन तालाब और परिसर के नवीन स्वरूप से पन्ना नगर की अलग पहचान भी स्थापित होगी। निरीक्षण के दौरान वन विभाग की भूमि से भी अवैध अतिक्रमण हटाने के संबंध में जरूरी समन्वय के लिए अधिकारियों से जानकारी लेकर जरूरी निर्देश दिए गए। नगर पालिका के अधिकारी-कर्मचारियों को तालाब घाट परिसर की नियमित रूप से बेहतर साफ-सफाई तथा संयुक्त टीम के गठन के लिए भी निर्देशित किया गया। 

मौके पर उपस्थित सीएमओ को नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश दिए गए। उल्लेखनीय है कि नगर के प्राचीन धरमसागर तालाब के बेहतर स्वरूप में कायाकल्प से यह स्थान पुरा धरोहर के संरक्षण के साथ टूरिस्ट और पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित होगा। आगामी दिनों में महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा का लोकार्पण किया जाना भी प्रस्तावित है। निरीक्षण के दौरान एसडीएम संजय कुमार नागवंशी एवं तहसीलदार अखिलेश प्रजापति भी उपस्थित रहे।

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Saturday, November 8, 2025

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती पन्ना पहुंची, श्री जुगल किशोर, बलदाऊ जी और प्राणनाथ जी मंदिर में किए दर्शन

 


पन्ना। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेत्री उमा भारती कल रात्रि पन्ना पहुंची और सर्किट हाउस में विश्राम किया। आज उन्होंने भगवान श्री जुगल किशोर, बलदाऊ जी एवं प्राणनाथ मंदिर में दर्शन किया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कई मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।   

उन्होंने कहा कि हमारा देश पहले बहुत मजबूत था, कालिंजर जैसे किले बनाये। हमारी विरासत बहुत मजबूत रही है लेकिन अब हम कमजोर हो गए हैं।  आपने कहा जब मैं कल कालिंजर के किले से निकल रही थी तब मन में विचार आया कि हमारी संस्कृति कितनी समृद्ध है। उमा भारती ने कहा कि पहले हम बहुत समर्थ थे, अब हम इंडिविजुअल कमजोर हो गए हैं। हम गंगा, गाय और प्रकृति की रक्षा करें तभी सामर्थवान बनेंगे। यदि हमने इन चीजों का संरक्षण नहीं किया, तो बहुत नुकसान उठाना पड़ेगा। 

बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाए जाने के सवाल पर आपने कहा कि हमारी पार्टी छोटे राज्यों के गठन का समर्थन करती है, क्योंकि इससे प्रशासनिक सुविधा और विकास की गति बढ़ती है। लेकिन अभी तक जो मांग की जाती रही है उसे दो राज्यों से अलग बुंदेलखंड की मांग उठाते रहे हैं। मध्य प्रदेश के लोग उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में मिलना नहीं चाहते। इस कारण से एक प्रदेश से अलग बुंदेलखंड की मांग की जाए तो बेहतर होगा और मैं इसका समर्थन करती हूं। 

गंगा संरक्षण पर बोलते हुए उमा भारती ने कहा कि “गंगा हमारी संस्कृति और आस्था की आत्मा है, उसकी स्वच्छता और संरक्षण बेहद जरूरी है।” गंगा, गाय, प्रकृति इसका संरक्षण बहुत जरूरी है तभी समाज और राष्ट्र का कल्याण होगा। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के पन्ना आने पर उनसे खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा व पन्ना विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह मिलने पहुंचे। 

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Friday, November 7, 2025

पन्ना में किसान को एक साथ खदान में मिले 05 नग हीरे

किस्मत के धनी युवा कृषक बृजेन्द्र कुमार शर्मा जिन्हे हीरे मिले हैं।

पन्ना। बेशकीमती हीरों के लिए प्रसिद्ध मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती इन दिनों हीरों की तलाश करने वाले लोगों पर मेहरबान है। यहाँ एक ही दिन में एक किसान को 5 नग हीरे मिले हैं। हीरे मिलने के बाद से किसान व उसका परिवार बेहद खुश है। लोगों का कहना है कि पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती कब किसकी किस्मत पलट दे, कुछ कहा नहीं जा सकता।

हीरा कार्यालय पन्ना के हीरा पारखी अनुपम सिंह ने आज सायं जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम सिरस्वाहा जिला पन्ना निवासी बृजेन्द्र कुमार शर्मा को पट्टे की खदान से 5 नग हीरे मिले हैं। खदान से मिले इन हीरों को उसने शुक्रवार 7 नवम्बर को विधिवत हीरा कार्यालय में जमा किए हैं। आपने बताया कि बृजेन्द्र कुमार ने इसी जून 25 में पट्टा बनवाया था और 6 माह के भीतर ही उसकी किस्मत चमक गई। 

हीरा पारखी ने बताया कि बृजेन्द्र कुमार शर्मा को जेम क्वालिटी के तीन हीरे 2.29, 0.74 तथा 0.77 कैरेट वजन के मिले हैं जबकि दो हीरे 1.08 तथा 0.91 वजन के हीरे मटमैले हैं। किसान को मिले हीरों का कुल वजन 5 कैरेट 79 सेन्ट है। इन सभी हीरों को आगामी नीलामी में बिक्री के लिए रखा जाएगा। बिक्री से प्राप्त राशि में से शासन की रायल्टी काटने के बाद शेष राशि हीरा धारक को प्रदान की जाएगी। जानकारों के मुताबिक इन हीरों की अनुमानित कीमत 15 लाख रुपए से अधिक है।

वीडियो : 



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Tuesday, November 4, 2025

निर्वाचक नामावली के विशेष गहन पुनरीक्षण का कार्य प्रारंभ

  • बूथ लेवल अधिकारियों द्वारा मांगी गई जानकारी प्रदान करें
  • कलेक्टर ऊषा परमार ने पन्ना जिला वासियों से की है अपील



पन्ना। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा गत 27 अक्टूबर को निर्वाचक नामावली के विशेष गहन पुनरीक्षण के संबंध में जारी कार्यक्रम अंतर्गत मंगलवार से मतदाता सत्यापन की कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है। बीएलओ द्वारा प्रत्येक विधानसभा के मतदाताओं के घर-घर पहुंचकर गणना पत्रक का वितरण किया गया एवं महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। 

पवई विधानसभा क्षेत्र में भी बीएलओ द्वारा एनुमेरेशन फॉर्म का वितरण किया गया। एसडीएम एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी समीक्षा जैन द्वारा भ्रमण कर बीएलओ द्वारा संपादित कार्यों का जायजा लिया गया। साथ ही आम नागरिकों एवं मतदाताओं से बीएलओ को आवश्यक सहयोग की अपील भी की।

उल्लेखनीय है कि निर्वाचन आयोग ने मध्यप्रदेश सहित 12 राज्य एवं केन्द्र शासित प्रदेशों में शुद्ध मतदाता सूची तैयार करने के संबंध में विशेष गहन पुनरीक्षण का निर्णय लिया है, जिसके तहत बीएलओ एवं अन्य अधिकारियों को पूर्व में आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया गया था। आगामी 4 दिसम्बर तक बीएलओ द्वारा कम से कम तीन बार मतदाताओं से डोर टू डोर संपर्क किया जाएगा। 

इस दौरान एक जनवरी 2026 की स्थिति में मतदाता सूची में नवीन नाम जोड़ने सहित नाम हटाने और आवश्यक संशोधन के लिए भी आवेदन प्राप्त करेंगे। गणना पत्रक में मतदाता को वांछित जानकारी भरकर देना होगी। इसके आधार पर 9 दिसम्बर को मतदाता सूची का प्रारूप प्रकाशन तथा दावे आपत्तियों का निराकरण कर 7 फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ऊषा परमार ने जिलेवासियों से अपील की है कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार बूथ लेवल अधिकारियों के द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत आपकी मांगी गई जानकारी को प्रदान करें, जिससे भारत निर्वाचन आयोग के कार्य को पूरा किया जा सके।

जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती परमार ने कहा कि आयोग के निर्देश पर विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जिसमें आपके समक्ष बूथ लेवल अधिकारी घर घर पहुंच कर आवश्यक जानकारी प्राप्त करेगा और गणना पत्र को पूर्ण करने का कार्य भी करेगा। 

इस गणना पत्रक को पूर्ण करने में पूरा सहयोग करें, जिससे कि निर्वाचन आयोग का कार्य समय सीमा में पूर्ण हो सके। उन्होंने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम में 2003 एवं 2025 की मतदाता सूची के संबंध में जानकारी मांगी जाएगी एवं बूथ लेवल अधिकारी के द्वारा आवश्यक जानकारी प्रदान की जाएगी तथा गणना पत्रक भी प्रस्तुत किया जाएगा, जिसमें आवश्यक जानकारी की पूर्ति कर एवं हस्ताक्षर कर बूथ लेवल अधिकारी को वापस करना होगा।

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प्रधानमंत्री आवास योजना में पन्ना की स्थिति ठीक नहीं, कमिश्नर ने जताई नाराजगी

  • संबंधित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने दिए निर्देश
  • दीनदयाल और मोबाइल रसोई योजना का क्रियान्वयन और बेहतर हो 


पन्ना। प्रधानमंत्री आवास योजना में पन्ना की स्थिति ठीक नहीं होने पर कमिश्नर ने नाराजगी जताई है। आयोजित समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत संचालित निर्माण कार्यों की जिलेवार समीक्षा करते हुए कमिश्नर ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत कराए जा रहे निर्माण कार्यों की सतत मॉनीटरिंग सुनिश्चित की जाए तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के आवासों का निर्माण गुणवत्ता के साथ समय सीमा में पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। समीक्षा के दौरान कमिश्नर ने पन्ना सहित दमोह और निवाड़ी के नगरीय क्षेत्रों में प्रधानमंत्री आवास योजना की अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की तथा संबंधित विभाग के अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।

कमिश्नर सागर संभाग अनिल सुचारी ने सागर संभाग के नगरीय क्षेत्रों में संचालित दीनदयाल रसोई और मोबाइल रसोई योजना का क्रियान्वयन और अधिक बेहतर व पारदर्शी ढंग से करने के निर्देश नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। कमिश्नर ने कहा कि इस योजना के तहत गरीब और कमजोर तबके के लोगों को सस्ते दरों पर भोजन मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना का सागर संभाग में प्रभावी क्रियान्वयन होना चाहिए। इस योजना का लाभ जरूरतमंद लोगों को मिलना चाहिए। 

कमिश्नर ने मोबाइल रसोई योजना का भी बेहतर क्रियान्वयन करने के निर्देश नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। कमिश्नर ने कहा कि मोबाइल रसोई योजना मजदूरी करने वाले लोगोें को भोजन उपलब्ध कराने के लिए एक अच्छी योजना साबित हुई है। इस योजना का प्रचार-प्रसार भी कराया जाए तथा मजदूरों को उनके कार्य स्थल पर स्वच्छ और शुद्ध भोजन सस्ते दरों पर उपलब्ध कराया जाए।


कमिश्नर श्री सुचारी ने उक्त निर्देश नगरीय प्रशासन विभाग की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए। बैठक में कमिश्नर ने नगरीय क्षेत्रों में आश्रय शालाओं की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि आश्रय शालाओं में अच्छी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। आश्रय शालाओं में रहने वाले लोगों का समय समय पर स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। समीक्षा के दौरान संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन ने बताया कि सागर संभाग में 20 दीनदयाल रसोई घर संचालित हैं, जिससे चालू वित्तीय वर्ष में लगभग 6 लाख 29 हजार लोगों को सस्ते दरों पर भोजन मुहैया कराया गया है। वहीं सागर संभाग में मोबाइल रसोई के माध्यम से 88 हजार से अधिक लोगों को सस्ते दरों पर भोजन मुहैया कराया गया है।

बैठक में कायाकल्प योजना के अंतर्गत नगरीय क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण की समीक्षा के दौरान कमिश्नर ने निर्देश दिए कि नगरीय क्षेत्रों में कायाकल्प योजना के अंतर्गत सड़कों का निर्माण गुणवत्ता के साथ तेजी से पूर्ण कराया जाए। उन्होंने कहा कि इस कार्य में किसी प्रकार का गतिरोध उत्पन्न नहीं होना चाहिए। बैठक में नगरीय प्रशासन विभाग को सीएम हेल्पलाइन योजना के तहत प्राप्त शिकायतों की स्थिति की जिलेवार समीक्षा करते हुए कमिश्नर ने निर्देश दिए कि सीएम हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायतों के निराकरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही और उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीएम हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायतों का निराकरण सभी अधिकारी सर्वाेच्च प्राथमिकता के साथ करें अन्यथा उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।

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