- जरुआपुर की खदान से 6.29 कैरेट वजन का मिला बेशकीमती हीरा
- हीरा धारक सुनील ने साथियों के साथ पन्ना आकर जमा किया हीरा
खदान में मिला हीरा दिखाते हुए सुनील। |
।। अरुण सिंह ।।
पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती ने आज फिर एक गरीब किसान व उसके साथियों को मालामाल कर दिया है। पन्ना शहर से लगभग 7 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम जरुआपुर निवासी सुनील कुमार 40 वर्ष को जरुआपुर की उथली खदान क्षेत्र से जेम क्वालिटी ( उज्जवल किस्म ) वाला 6.29 कैरेट वजन का हीरा मिला है। इस हीरे की अनुमानित कीमत 25-30 लाख रुपए बताई जा रही है। खदान में हीरा मिलने की खबर के बाद से सुनील के घर में खुशी का माहौल है।
हीरा धारक सुनील अपने साथियों के साथ कलेक्ट्रेट स्थित हीरा कार्यालय आकर वहां विधिवत हीरा जमा कर दिया है। हीरा कार्यालय पन्ना के हीरा पारखी अनुपम सिंह ने बताया कि 6.29 कैरेट वजन का यह हीरा उज्जवल किस्म का है जो गुणवत्ता और कीमत के लिहाज से अच्छा माना जाता है। आपने बताया कि पन्ना में उथली खदानों से प्राप्त इस हीरे को आगामी नीलामी में रखा जायेगा। बिक्री से प्राप्त राशि में से शासन की रायल्टी काटने के बाद शेष राशि हीरा धारक को प्रदान की जाएगी।
हीरे की अनुमानित कीमत पूंछे जाने पर हीरा पारखी ने बताया कि हीरा जेम क्वालिटी का है जिसकी अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद है, लेकिन अभी उसकी कीमत नहीं बताई जा सकती। हीरा अधिकारी रवि पटेल ने बताया कि इस हीरे को कार्यालय में जमा करवा दिया है।अगली नीलामी में इसे रखा जाएगा। नीलामी के बाद मिलने वाली राशि से 11.5 परसेंट शासन की रॉयल्टी काटकर बांकी रकम हीरा धारक के खाते में भेज दी जायेगी।
हीरा धारक सुनील कुमार ने बताया कि आर्थिक तंगी से निजात पाने करीब 2 वर्ष से हीरा खदान लगाकर हीरों की तलाश करता आ रहा हूँ, लेकिन अभी तक कुछ हाथ नहीं लगा था। घर में ढाई एकड़ खेती है, जिसमे गुजर बसर नही चल पाता था। हीरा मिलने पर अपनी ख़ुशी का इजहार करते हुए सुनील ने कहा कि जुगल किशोर जी ने उसकी फरियाद सुन ली जिससे मुझे यह हीरा मिल गया। सुनील बताता है कि घर की आर्थिक स्थित खराब होने की वजह से वह बच्चों की अच्छी परवरिश और पढाई को लेकर चिंतित था।
सुनील ने बताया कि उसने 5 अन्य साथियों के साथ मिलकर हीरा कार्यालय से 10 बाई 10 का हीरा खदान खोदने के लिए निजी खेत मे पट्टा लिया था। आज उसी में खुदाई के दौरान है यह उज्जवल किस्म का हीरा प्राप्त हुआ है। जिसे पन्ना के हीरा कार्यालय में जमा करा दिया गया है। हीरा मिलने की ख़ुशी सुनील के चेहरे से साफ झलक रही थी, उसने बताया कि जुगल किशोर जी का नाम लेकर 20 दिन पहले ही खदान शुरू की थी और भगवान ने उनकी सुन ली। अब सारी चिंता दूर हो गई है, बच्चों की परवरिश और पढाई भी अब अच्छे से हो सकेगी।
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