Monday, November 11, 2024

बाघों की सुरक्षा हेतु पार्क परिधि से लगे ग्रामों के कुत्तों का होगा टीकाकरण

  • कुत्तों में पाया जाता है कैनाइन डिस्टेंपर वायरस 
  • यह वायरस सीधे नर्वस सिस्टम पर डालता है असर 

पन्ना टाइगर रिज़र्व के बाघों की सुरक्षा हेतु जंगल से लगे  ग्रामों के कुत्तों का टीकाकरण किया जायेगा।

पन्ना। म.प्र. के पन्ना टाईगर रिजर्व में स्वच्छन्द रूप से विचरण करने वाले बाघों की सुरक्षा हेतु नजदीकी ग्रामों के कुत्तों का टीकाकरण किया जायेगा। ऐसा बाघों को कुत्तों से फैलने वाली वायरस जनित बीमारी के संक्रमण से बचाने के लिये किया जा रहा है। मालुम हो कि कैनाइन डिस्टेंपर ( Canine distemper ) वायरस कुत्तों में पाया जाता है। जंगल में विचरण करने वाले बाघ जब जंगल से निकलकर आसपास के आबादी वाले क्षेत्रों में जाकर कुत्तों को मारते हैं तो इस घातक बीमारी के संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं। इस जानलेवा बीमारी का इलाज बेहद मुश्किल है, क्यों कि यह सीधे नर्वस सिस्टम पर असर डालता है।

पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघ पुनर्स्थापना योजना अंतर्गत बाघों की सुरक्षा के दृष्टिगत पार्क परिधि से लगे ग्रामों के कुत्तों में कैनाइन डिस्टैम्पर वायरस तथा अन्य सात बीमारियों की रोकथाम के लिए आगामी 154  नवम्बर से टीकाकरण कार्य प्रारंभ किया जाएगा। वर्ष 2024-25 में तकनीकी प्रस्ताव अनुसार 7 दिसम्बर तक 18 ग्रामों में तथा 2 से 25 जनवरी तक शेष 18 ग्रामों में टीकाकरण किया जाएगा।

पन्ना टाइगर रिजर्व कार्यालय से मिली जानकारी अनुसार 15 नवम्बर को ग्राम मझगवां, 16 नवम्बर को हिनौता, 17 नवम्बर को कैमासन, 18 नवम्बर को बड़ौर, 19 नवम्बर को दरेरा, 20 नवम्बर को उमरावन, 21 नवम्बर को मडै़यन, 22 एवं 23 नवम्बर को जरूआपुर, 25 नवम्बर को मनौर, 26 नवम्बर को बकचुर, 27 नवम्बर को चनेनी, 28 नवम्बर को नहरी, 29 नवम्बर को हरसा, 30 नवम्बर एवं 2 दिसम्बर को झिन्ना, 3 एवं 4 दिसम्बर को सब्दुआ, 5 दिसम्बर को भापतपुर, 6 दिसम्बर को सलैया और 7 दिसम्बर को बगौहा में टीकाकरण होगा, जबकि 9 दिसम्बर से एक जनवरी तक बूस्टर टीकाकरण की तिथि निधारित की गई है।

इसी तरह 2 जनवरी को ग्राम कटरिया, 3 जनवरी को मरहा, 4 जनवरी को खमरी, 6 जनवरी को ककरा-मुटवा, 7 जनवरी को कचनारी, 8 एवं 9 जनवरी को खजुरी कुड़ार, 10 जनवरी को माझा, 11 जनवरी को दहलान चौकी, 13 जनवरी को रानीपुर, 14 जनवरी को सरकोहा, 15, 16 एवं 17 जनवरी को अजयगढ़, 18 जनवरी को राजापुर, 20 जनवरी को बतासा, 21 जनवरी को पाठा, 22 जनवरी को रायपुर टपरियन एवं बनहरी खुर्द, 24 जनवरी को बनहरी कला तथा 25 जनवरी को ग्राम मड़ला में टीकाकरण होगा। बूस्टर टीकाकरण की तिथि 27 जनवरी से 19 फरवरी तक निर्धारित है।

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Saturday, November 9, 2024

खेती के ही उत्सव हैं ज्यादातर त्यौहार : बाबूलाल दाहिया


पहले इसी तरह दीपावली के दिन यादव समाज के कलाकार गाँव में घर - घर दिवाली जगाने आते थे। 

यदि त्यौहारों को देखा जाय तो भले ही दीपावली या होली के साथ अनेक मिथक या परम्पराएं जुड़ गई हों, पर सबके मूल में खेती और उसकी नई फसल आने की खुशी ही है। क्योकि दीपावली और होली ऐसे त्यौहार हैं कि दोनों में किसानों के घर में नई फसल आ जाती हैं। इधर होली दीवाली दोनों त्यौहारों में मौसम भी समशीतोष्ण होता है। ऐसे अवसर में हमारी खेती किसानी से जुड़े गांव के शिल्पियों तथा सभी ग्रामवासियों का खुशियां मनाना स्वाभाविक है। फिर हमारी कृषि संस्कृति में उन्हें खा पीकर खुशियां मनाने के लिए ( पियनी ) के रूप में त्यौहारी देने की भी परम्परा रही है। 

हमने अनेक शिल्पियों के रीति रिवाज परम्पराओं व उनके लोकगीतों का अध्ययन किया है। पर इसी निष्कर्ष में पहुंचे हैं कि जिन जातियों के व्यवसाय कुछ कम कष्ट साध्य थे उनके सभी के जातीय लोक गीत हैं। पर जिनके काम अधिक मेहनत वाले थे उनके कोई (जातीय लोकगीत) नही हैं। उदाहरण के लिए लौह एवं काष्ठ शिल्पी हमारी खेती के प्रमुख आधार थे पर उनके कोई अपने जातीय लोकगीत नही पाए जाते। कारण शायद यही रहा होगा कि वे काम करते - करते  इतना थक जाते रहे होंगे कि रात्रि में भोजन के पश्चात उन्हें सीधे खाट ही दिखती रही होगी।

दूसरी तरफ यादव एवं पाल ऐसा समुदाय था जिनका प्राचीन जातीय कर्म पशु चारण से जुड़ा था। अस्तु उसके पास पर्याप्त गान गम्मत के अवसर थे। जंगल में भी गाय या भेंड़ बकरी चरते रहते तब भी उनके जबाब सवाल में बिरहा गीत जंगल में गूंजते रहते। यही कारण है कि उनके जातीय गीत सर्वाधिक पाए जाते हैं। वे गीत अधिकांश राधाकृष्ण के प्रेम प्रसंगों अथवा पशुचारण जैसे परिवेश से जुड़े ही होते हैं।

प्राचीन समय में दीपावली के दिन यादव समाज के कलाकार गाँव में घर - घर दिवाली जगाने आते थे। वे एक जालीदार भेड़ के बालों से बुना गया वस्त्र पहनते और विरहा गीत गाकर नृत्य करते जिसे (डोर) कहा जाता था। पर कुछ समय से आना बन्द कर दिए थे। अब पिछले दो वर्ष से श्याम सुन्दर पाल और नगड़िया बादक बैजनाथ चौधरी पुनः आने लगे हैं। उनके उस देवारी जगाने के बदले में हर कृषक परिवार उन्हें 1 से 2 किलो धान देते हैं। एक गीत तो पिछले वर्ष का अब तक याद है कि - 

ऊमर फरी कठूमर,

         घउचन फरी खजूर।

कउन कउन फर खइहा ददऊ, 

            गउअय गईं बड़ी दूर।।

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Thursday, November 7, 2024

धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत जिले के 108 ग्राम होंगे लाभांवित

  • अभियान में 500 या अधिक जनसंख्या तथा 50% जनजातीय आबादी वाले ग्राम शामिल 
  • पन्ना विकासखण्ड में 24, पवई में 16 व शाहनगर विकासखण्ड में 26 ग्रामों का हुआ चयन 

अभियान के बेहतर क्रियान्वयन हेतु कलेक्टर ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष की बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश 

पन्ना। भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा गत 2 अक्टूबर से धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान शुरू किया गया है। अभियान में 500 एवं अधिक जनसंख्या तथा 50 प्रतिशत जनजातीय आबादी वाले ग्रामों को लाभांवित किया जाएगा। इन ग्रामों में निवासरत जनजातीय वर्ग के लोगों को विभिन्न विभागीय योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ मिल सकेगा। साथ ही संबंधित विभागों द्वारा सर्वे उपरांत प्रस्तुत कार्यों की शासन स्तर से स्वीकृति उपरांत अन्य योजना व सुविधाओं का लाभ भी सुनिश्चित किया जाएगा। 

पन्ना जिले के पांच विकासखण्ड में अभियान अंतर्गत 108 ग्राम चयनित किए गए हैं। इनमें आकांक्षी विकासखण्ड अजयगढ़ के सर्वाधिक 33 और गुनौर के 9 ग्राम शामिल हैं, जबकि पन्ना विकासखण्ड में 24, पवई में 16 और शाहनगर विकासखण्ड में 26 ग्रामों का चयन किया गया है।

कलेक्टर सुरेश कुमार ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर चयनित ग्रामों में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश दिए। साथ ही विभाग स्तर पर की गई तैयारियों की जानकारी लेकर संबंधितजनों को गंभीरतापूर्वक दायित्वों के निर्वहन के लिए निर्देशित किया। 

उन्होंने कहा कि भारत सरकार के इस महत्वाकांक्षी अभियान में संबंधित ग्रामों के जनजातीय वर्ग के लोगों को आयुष्मान योजना सहित 18 विभाग की योजनाओं का लाभ प्रदान किया प्राथमिकता के साथ प्रदान किया जाना है। विभागीय अधिकारियों द्वारा आदिवासी बाहुल्य ग्रामों में आवश्यक सर्वे उपरांत लोगों को अभियान की रूपरेखा से अवगत कराया जाए। साथ ही योजनाओं से वंचित लोगों का चिन्हांकन कर उन्हें लाभांवित किया जाए।

जिला कलेक्टर ने चयनित ग्रामों में मोबाइल मेडिकल यूनिट, छात्रावास, आश्रम, स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका सहित कौशल उन्नयन एवं पर्यटन ग्राम के रूप में विकास के लिए होम स्टे की संभावनाओं का आंकलन कर अविलंब प्रस्ताव प्रेषित करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी 108 ग्राम में शत प्रतिशत घरों के विद्युतीकरण, आवश्यकतानुसार सोलर पैनल की स्थापना, एलपीजी कनेक्शन, 4जी एवं 5जी मोबाइल नेटवर्क की उपलब्धता सहित किसान कल्याण एवं कृषि विकास, पशुपालन एवं डेयरी विभाग तथा मत्स्य पालन विभाग की योजनाओं के माध्यम से लोगों को लाभांवित करने के लिए कहा। 

कलेक्टर ने अजयगढ़ विकासखण्ड के संपूर्णता अभियान की भांति इस अभियान में प्रारंभिक चरण के दौरान विभागीय योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के जरिए संपूर्णता व प्रगति लाने के निर्देश दिए। साथ ही जनजातीय वर्ग के लोगों के उत्थान के दृष्टिगत सभी कल्याणकारी योजनाओं के लाभ के लिए जागरूकता गतिविधियां संचालित करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि कार्ययोजना तैयार कर भविष्य की रूपरेखा के दृष्टिगत पूर्व आंकलन करें। आवश्यक एवं डोर टू डोर सर्वे उपरांत प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, सड़क, प्रत्येक ग्रामीण का बैंक खाता खोलने सहित जल जीवन मिशन के तहत नल कनेक्शन प्रदान करने की कार्यवाही की जाए। 

बैठक में उप संचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग को विभाग की बड़ी स्कीम में प्राथमिकता के साथ पात्र लोगों को लाभांवित करने के लिए कहा। इसी तरह अन्य अधिकारियों को भी विभागीय योजना की प्राथमिकता से पूर्ति के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ संघ प्रिय सहित अतिरिक्त सीईओ अशोक चतुर्वेदी, जिला संयोजक आर.के. सतनामी एवं संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

इन ग्रामों का किया गया है चयन

धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के क्रियान्वयन के लिए अजयगढ़ विकासखण्ड के ग्राम मोहारी, सलैया, दुगरहो, बनहरी खुर्द, रायपुर, सिन्हाई, विश्रामगंज, भसूड़ा, मझगवां (कोड़ई), बरियारपुर भूमियान, भापतपुर कुर्मियान, झिन्ना, हनुमतपुर, बनहरी कला, देवरा भापतपुर, मझगांय, कुंवरपुर, पाठा, धवारी, बाराडंडेका, बाराकगरेका, भानपुर, बरकोला खुर्द, बड़ीरूघ, तरौनी, प्रतापपुर, भुजबई, भैरहा, जिगनी, मौकछ, नरदहा, तुलापुर एवं खोरा, पन्ना विकासखण्ड के ग्राम कोनी, कटहरी बिलहटा, दरेरा, मनौर, हरसा, रानीपुर, पाठा, खिरवा, रमखिरिया, लुहरहाई, कुदकपुर, गजना, शाहपुर, धनौजा, हातुपुर, पुखरा, मठली, कल्याणपुर, मनकी, बड़ौर, गहदरा, कुड़ार, मकरी कुठार एवं राजापुर गांव शामिल हैं। 

गुनौर विकासखण्ड के ग्राम छिजौरा, बिल्हा कंगाली, नचने, मडै़या कुलगवां, रामपुर, बरौंहा, महुआडाडा, बलगहा एवं रतनपुरा, पवई विकासखण्ड के ग्राम कढ़ना, जूही, हाड़ा, शिकारपुरा, खरमोरा, बिकौरा, बछौन, गुरजी, जूड़ा, घुटेही, बिरवाही, बिजदुहा खिलसारी, सकतरा, मुहली धरमपुरा, कल्दा एवं महुआ डोल तथा शाहनगर विकासखण्ड के ग्राम सलैया (फेरन सिंह), करौंदी, परसी, सुनपुरा, पगरी, रामपुर (खजुरी), पौसी, सतधारा, सिजहटी, मरहा, बिहरिया, जूरसिंह, मझगवां, जामदा, श्यामगिरि, पौड़ीकला, टिकुलपौड़ी, बारी, सोनमउकला, बिलपुरा, डोहली, पटना, बीरमपुरा, मुर्ता, डोभा बघनरवा एवं चुनगुवां शामिल हैं।

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Wednesday, November 6, 2024

संभागायुक्त की अध्यक्षता में हुई वन विभाग की स्थानीय सलाहकार समिति की बैठक

  • पर्यटन विकास के लिए बेहतर प्रबंधन और पर्यटक सुविधाओं के संबंध में किया गया विचार विमर्श
  • मड़ला में एसबीआई का एटीएम स्थापित करने व मुख्य स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगवाने के निर्देश 

संभागायुक्त की अध्यक्षता में आयोजित वन विभाग की स्थानीय सलाहकार समिति की बैठक का द्रश्य। 

पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में पर्यटन गांव मड़ला स्थित कर्णावती सभागार में वन विभाग की स्थानीय सलाहकार समिति की बैठक सागर संभाग के कमिश्नर डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित हुई। बैठक में जनप्रतिनिधि एवं संबंधित अधिकारियों सहित समिति के सदस्यगण, मड़ला एवं हिनौता ग्राम पंचायत सरपंच, होटल व रिसॉर्ट संचालक, जिप्सी एवं गाइड एसोसिएशन के प्रतिनिधि भी शामिल रहे। इस दौरान पर्यटन विकास के लिए बेहतर प्रबंधन तथा पर्यटक सुविधाओं के संबंध में महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा के दौरान आवश्यक सुझावों से अवगत कराया गया।

कमिश्नर डॉ. रावत ने बैठक में उपस्थितजनों से चर्चा के दौरान कहा कि पन्ना नेशनल पार्क प्रबंधन द्वारा हितधारकों के साथ पर्यटन सुविधाओं में बढ़ोत्तरी और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन के मद्देनजर सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किया जाएगा। पर्यटकों की जरूरी सुविधाओं के दृष्टिगत निवेशकों के आर्थिक लाभ भी सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने कहा कि टाइगर रिजर्व द्वारा स्वयं के स्तर पर राजस्व अर्जित करने का प्रयास भी किया जाए। छोटे-छोटे मुद्दों का त्वरित रूप से निराकरण हो। 

कमिश्नर ने विभिन्न समितियों के चुनाव में पारदर्शिता का आश्वासन दिया। साथ ही भारत सरकार द्वारा वन्य क्षेत्र एवं अभ्यारण्य में पर्यटकों की सुविधा के लिए जारी गाइडलाइन अनुरूप आवश्यक सुविधाएं विकसित करने की बात कही। होटल एवं रिसोर्ट में वॉटर हॉर्वेस्टिंग सिस्टम की स्थापना तथा पर्यावरण के अनुकूल कचरा निष्पादन के लिए स्टेकहोल्डर्स से चर्चा कर स्थल चिन्हित करने के लिए निर्देशित किया गया। उन्होंने मड़ला में भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम स्थापित करने, चयनित मुख्य स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगवाने और स्पीड सेंसर स्थापना के निर्देश भी दिए।



पन्ना नेशनल पार्क की क्षेत्र संचालक अंजना सुचिता तिर्की द्वारा समिति सदस्यों और उपस्थित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों को बैठक की रूपरेखा एवं एजेंडा के बारे में अवगत कराया गया। बताया गया कि पन्ना नेशनल पार्क के तीन गेट के लिए 85 जिप्सी निर्धारित हैं। मड़ला गेट के लिए 60, हिनौता गेट के लिए 12 और अकोला गेट के लिए 13 जिप्सी पर्यटकों के लिए उपलब्ध है। भारत सरकार द्वारा जिप्सी संख्या यथावत रखकर अकोला गेट से पर्यटकों के लिए गत वर्ष प्रवेश शुरू करने की अनुमति प्रदान की गई थी। 

सलाहकार समिति की बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधियों द्वारा पन्ना-अमानगंज एवं पन्ना-छतरपुर मार्ग पर नेशनल पार्क क्षेत्र सीमा में स्पीड ब्रेकर, सकरिया में सीमेंट प्लांट के ट्रकों की आवाजाही के लिए बायपास निर्माण तथा मड़ला को आदर्श ग्राम बनाने के लिए आवश्यक कार्यवाही सहित अन्य महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए। बैठक में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के निर्देशानुसार बाघ एवं पारिस्थिकी तंत्र के संरक्षण के उद्देश्य के साथ आवश्यक प्रबंधन व उपायों पर विचार विमर्श किया गया।

दिसम्बर माह में शुरू होगा राजगढ़ पैलेस का संचालन

स्थानीय सलाहकार समिति की बैठक में निर्धारित शर्तों के अधीन आगामी दिसम्बर माह में राजगढ़ पैलेस के संचालन के संबंध में भी चर्चा की गई। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ एवं प्रभारी कलेक्टर संघ प्रिय ने होटल एवं रिसोर्ट द्वारा पर्यटक सुविधाओं और जैविक कचरा निष्पादन के संबंध में जिला स्तरीय समिति द्वारा लीफ एवं स्टार रेटिंग प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने के बारे में जानकारी दी।

गुनौर विधायक राजेश वर्मा ने बैठक में अमानगंज बायपास की मरम्मत और अमानगंज नगर में प्रायः लगने वाले जाम का मुद्दा उठाया। साथ ही पन्ना टाइगर रिजर्व में स्थानीय लोगों को अपने उत्पादों के विक्रय सहित ज्वेलरी शॉप एवं अन्य माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कहा। ककरहटी बायपास निर्माण और नेशनल पार्क भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों को पन्ना में अन्य स्थानों पर भ्रमण के लिए मार्गदर्शिका उपलब्ध कराने की मांग रखी। राजनगर विधायक अरविन्द पटेरिया द्वारा राजगढ़ पैलेस के नजदीक स्वर्गेश्वर धाम के विकास और अन्य विकास कार्यों पर ध्यान आकृष्ट कराया गया। इसी तरह हटा विधायक उमा देवी खटीक ने मड़ियादो में पर्यटक प्रवेश द्वार प्रारंभ करने और सड़क चौड़ीकरण के बारे में अवगत कराया। 

इस दौरान वाहनों के प्रदूषण जांच के लिए पीयूसी की स्थापना, मड़ला ग्राम पंचायत को प्रत्येक बार जिप्सी आवागमन के दौरान निर्धारित शुल्क अदा करने और इसके लिए जरूरी गाइडलाइन तैयार करने की चर्चा भी की गई। ग्राम पंचायत को प्राप्त राशि से जरूरी विकास कार्य कराए जाएंगे। बैठक में केन-बेतवा लिंक परियोजना के भविष्य में पूरी तरह से अस्तित्व में आने के बाद पीटीआर के स्वरूप पर भी चर्चा हुई। समिति की बैठक में कलेक्टर छतरपुर पार्थ जैसवाल, वन मंडल अधिकारी उत्तर गर्वित गंगवार, वन मंडल अधिकारी दक्षिण अनुपम शर्मा, उप संचालक पन्ना नेशनल पार्क मोहित सूद भी उपस्थित रहे।

कमिश्नर ने मध्यान्ह भोजन की देखी गुणवत्ता



कमिश्नर डॉ. रावत ने बैठक के उपरांत शासकीय प्राथमिक शाला मड़ला का निरीक्षण किया। यहां उपस्थित बच्चों से संवाद कर अक्षर ज्ञान पूछा और पहाड़ा सुना। साथ ही मध्यान्ह भोजन व्यवस्था अंतर्गत भोजन की गुणवत्ता देखी और मीनू अनुसार प्रत्येक दिवस भोजन वितरण की जानकारी ली। स्कूल के बच्चों ने संभागायुक्त का हाथ जोड़ कर अभिवादन किया और दैनंदिन कार्यों की जानकारी भी दी। 

संभागायुक्त ने मड़ला के मतदान केन्द्र क्रमांक 226 का भ्रमण कर बीएलओ रामसनेही अहिरवार से फोटो निर्वाचक नामावली गतिविधियों की जानकारी ली। फार्म 6,7 व 8 के निराकरण के बारे में पूछकर दस्तावेजों का अवलोकन भी किया। मेधावी विद्यार्थियों व प्रबुद्धजनों के लिए मड़ला में संचालित जन पुस्तकालय भी देखा। मड़ला क्रॉफ्ट सेंटर पहुंचकर यहां स्थानीय कारीगरों द्वारा निर्मित उत्पाद व इनके विक्रय की जानकारी ली। विभिन्न उत्पादों का अवलोकन कर एवं आय के संबंध में जानकारी लेकर इस प्रयास की सराहना की।

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Monday, November 4, 2024

ब्रह्माकुमारीज़ ने जेल में कैदी भाइयों के साथ मनाया भाई दूज एवं दीपावली

  • अपराधमुक्त जीवन बनाने की ब्रम्हाकुमारी सीता बहन ने दी शिक्षा  

 

कैदी भाइयों को भाई दूज एवं दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए ब्रह्माकुमारी सीता बहन  

पन्ना। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय पन्ना द्वारा पन्ना जेल में कैदी भाइयों के साथ भाई दूज एवं दीपावली का उत्सव मनाया गया। बहन जी ने सभी को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए एवं आत्मिक स्मृति का तिलक देकर कहा कि दीपावली प्रकाश का पर्व है पर कदाचित यह भीतर के प्रकाश का प्रतीक है। 

बाहर के प्रकाश में, बाहरी जगत को तो हम प्रतिदिन ही देखते हैं। क्या 364 दिन इंतजार करने के बाद आने वाला यह महापर्व भी हमें बाहरी जगत का ही दर्शन कराएगा ? क्या इसके आगोश में ऐसी कोई कीमती चीज़ नहीं है जो इसे अन्य दिनों से पृथकता प्रदान करे ? हाँ है, इसके पास एक कल्याणकारी, अलौकिक संदेश है - अपने भीतर के दीप को जलाओ; घर-घर में हर एक का आत्म-दीप जलाओ; इस आत्म-ज्ञान की रोशनी में काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार और आलस्य की अमावस्या को जला दो; शुद्ध स्नेह, शांति, संतोष, आत्मिक भाव और नम्रता की पूर्णिमा अर्थात पूर्णता के युग का आह्वान करो।

मनुष्य घरों की सफाई करते हैं, वास्तव में सर्वप्रथम सफाई की जाती है मन, वचन, कर्म की। हमें दृष्टि, वृत्ति की सफाई करनी है मन के अंदर से नकारात्मक व अशुद्ध विचार को समाप्त करना है। आपने कहा कि, दीपावली में व्यापारी अपने पुराने खाते को खत्म कर नया बहीखाता आरंभ करते हैं अर्थात आज तक हमारा कइयों के साथ जो भी मनमुटाव हुआ हो, कोई बुरा व्यवहार हो गया हो – उन पुराने खातों को समाप्त करें, पुरानी बातों को समाप्त करें और आज से नए खाते का आरंभ करें अर्थात नवीनता अपने जीवन के अंदर लेकर आए इसलिए व्यापारी लोग जब नई बहीखाता आरंभ करते हैं तो उस पर शुभ-लाभ जरूर लिखते हैं। शुभ-लाभ तो तभी होगा जब लाभ का उल्टा अर्थात भला करेंगे। जब हम सबका भला चाहते हैं सबके प्रति शुभ भावनाएं और शुभ कामनाएं मन में प्रवाहित करेंगे, तभी तो शुभ-लाभ की प्राप्ति होगी।

दिवाली पर सभी मिठाई खिलाते हैं अर्थात जो बोल हमारे मुख से निकलें वह दूसरों को सुख दें। दिवाली रावण की हार का उत्सव है आइए, इस दिवाली पर अपने अंदर के रावण को खत्म करते हैं। सिर्फ चार दिन की दिवाली नहीं, जीवन ही दिवाली है मिट्टी के इस शरीर में मैं पवित्र आत्मा हूं यह दिया जब हम जलाते हैं तब अहंकार का अंधेरा खत्म हो जाता है। 

शांति का धर्म और प्यार की भाषा और एकता की संस्कृति ऐसी दुनिया हम सबको मिलकर बनानी है। इस सृष्टि पर हमें ही सच्ची दिवाली लानी है। पुरानी बातें जो दबी पड़ी है, गलतफहमी की धूल चढ़ी है, अपमान के दाग लगे हुए हैं। आइए, घर के साथ-साथ मन के कोने-कोने में सफाई करते हैं नए कपड़े, नए बर्तन– दिवाली नवीनता का समय है, जीवन को शुद्ध बनाने के लिए नई सोच, नया व्यवहार, नया संस्कार अपनाते हैं। आइए, सबको दिलखुश मिठाई खिलाते हैं। इस उपलक्ष पर आर.पी. मिश्र, जेलर, जिला जेल पन्ना ने कार्यक्रम की सराहना की तथा सभी को बहन जी के बताए हुए मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।

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Saturday, November 2, 2024

प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री कैप्टन जयपाल सिंह का निधन

  •  कांग्रेस नेता ने पन्ना स्थित निज निवास में ली अंतिम सांस 
  •  शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का पूरे दिन लगा रहा ताँता 
  •  इंद्रपुरी कॉलोनी पन्ना स्थित श्मशान घाट में हुई अंत्येष्टि 

कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व गृह मंत्री कैप्टन जयपाल सिंह

।। अरुण सिंह ।।

पन्ना। कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व गृह मंत्री कैप्टन जयपाल सिंह का शनिवार की सुबह 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे विगत लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने पन्ना स्थित निज निवास में अंतिम सांस ली। कैप्टन साहब के निधन की खबर जैसे ही सोशल मीडिया में फैली, शोक संवेदना प्रकट करने वालों का तांता लग गया। पूर्व गृह मंत्री की अंतिम विदाई में सैकड़ों लोग शामिल हुए, दाह संस्कार सायं 5 बजे इंद्रपुरी कॉलोनी स्थित श्मशान घाट में हुआ। कैप्टन साहब के एक पुत्र जगतपाल सिंह उर्फ बॉबी राजा व दो पुत्रियां हैं।

पूर्व गृह मंत्री जयपाल सिंह पवई विधानसभा से 2 बार विधायक रहे और बोरा जी की सरकार में म.प्र. के गृह मंत्री भी रहे। वे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नजदीकी मित्रों में से एक थे। राजीव गांधी जी के साथ में आप पायलट रहे हैं और उनकी दोस्ती पायलट ट्रेनिंग के दौरान ही हुई थी, इसी कारण उन्हें कैप्टन का दर्जा प्राप्त था। प्रदेश की राजनीति में प्रभावी दखल रखने वाले वयोवृद्ध कांग्रेस नेता कैप्टन साहब के निधन पर पन्ना सहित प्रदेश भर के कांग्रेस नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। पन्ना स्थित उनके निवास में शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का सुबह से तांता लगा रहा। कैप्टन साहब के एक पुत्र जगतपाल सिंह उर्फ बॉबी राजा व दो पुत्रियां हैं।


 पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ कैप्टन जयपाल सिंह व मध्य में पुत्र जगतपाल सिंह 

उल्लेखनीय है कि कैप्टन जयपाल सिंह जब अविभाजित मध्य प्रदेश के गृह मंत्री रहे हैं, उस समय प्रदेश की राजनीति में उनका दबदबा रहा है। वे 1980 में पन्ना जिले की पवई विधानसभा से कांग्रेस पार्टी की टिकट पर चुनाव जीते, इसके बाद अर्जुन सिंह जी की सरकार में वह संसदीय सचिव रहे। इसके बाद वर्ष 1985 में मोतीलाल बोरा की सरकार में मध्य प्रदेश के महत्वपूर्ण 11 मंत्रालय उनके पास थे, जिसमें गृह मंत्रालय, परिवहन मंत्रालय, जनसंपर्क जैसे मंत्रालय शामिल रहे। मोतीलाल बोरा की सरकार में वह सबसे कद्दावर मंत्री रहे हैं। उनके निधन से पन्ना सहित प्रदेश की राजनीति को अपूर्णीय क्षति हुई है। 

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