Friday, November 15, 2024

जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाई गई बिरसा मुण्डा जयंती

  • जनजातीय वर्ग के सर्वांगीण उत्थान के लिए सरकार प्रतिबद्ध 
  • बिरसा मुण्डा ने गरीबी एवं विकट परिस्थितियों में किया संघर्ष 

कार्यक्रम में छात्राओं द्वारा प्रस्तुत जनजातीय कला एवं संस्कृति पर केन्द्रित आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम 

पन्ना। जनजातीय वर्ग के सर्वांगीण उत्थान के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। यह बात पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं पन्ना विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने शुक्रवार को स्थानीय टाउन हॉल में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस के जिला स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। 

उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुण्डा ने समाज में जनजागरण एवं अल्पायु में अपने महान कार्यों की बदौलत समाज में अलग पहचान बनाई। उन्होंने आदिवासियों को उनके अधिकार और हक प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा भी बिरसा मुण्डा के जनजातीय समाज के कल्याण के लिए किए गए प्रयास व योगदानस्वरूप प्रति वर्ष 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।

पूर्व मंत्री एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने उपस्थितजनों को बिरसा मुण्डा एवं गुरूनानक जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश भर में सार्वजनिक रूप से बिरसा मुण्डा द्वारा समाज को दिए योगदान, महान कार्यों एवं प्रेरणास्पद जीवन यात्रा का स्मरण करने के लिए सार्वजनिक रूप से संपूर्ण देश में जनजातीय गौरव दिवस मनाया जा रहा है। इस अवसर पर हमें भी उनके पद चिन्हों पर चलने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जननायक बिरसा मुण्डा के जीवन को जानने का अवसर प्राप्त हुआ है। 

उन्होंने कहा कि बिरसा मुण्डा को अपने कार्यों की बदौलत भगवान की उपाधि भी प्राप्त हुई। पूर्व मंत्री ने पन्ना एवं क्षेत्रवासियों की ओर से अलग-अलग स्थानों पर कार्यक्रम आयोजन के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताते हुंए कहा कि बिरसा मुण्डा की 150वीं जयंती के अवसर पर पूरे वर्ष भर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होगा। ऐसे महापुरूष की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में हमें जरूर सहभागी बनना चाहिए।

टाउन हॉल में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बृजेन्द्र प्रताप सिंह

उन्होंने कहा कि बिरसा मुण्डा ने गरीबी एवं विकट परिस्थितियों में कड़ा संघर्ष किया। जर्मन मिशनरी स्कूल में प्रवेश के बावजूद अपने गांव वापस आकर शिक्षा एवं राष्ट्र उत्थान के लिए कार्य किया। लोगों को हैजा एवं चेचक की बीमारी से बचाव तथा सर्पदंश एवं जंगली जानवरों के हमले पर जीवन रक्षा के लिए समाज को शिक्षित करने का काम भी किया। पूर्व मंत्री ने कहा कि जल, जंगल एवं जमीन जनजातीय समाज के लोगों का मूल अधिकार है। भगवान बिरसा मुण्डा ने इसके लिए भी लोगों को जागरूक करने तथा जमींदारी प्रथा का विरोध भी समाज में अलख जगाकर किया। 

उन्होंने जिले में आदिवासी वर्ग के लोगों की बेहतरी के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी देेते हुए बताया कि जिले में एक हजार से अधिक आदिवासियों को वन अधिकार पत्र प्रदान किए जाएंगे। प्रथम चरण में 400 वन अधिकार पत्र तैयार कर लिए गए हैं। वन विभाग के विस्थापन संबंधी नए नियमों के कारण जमीन के सीमांकन और लोगों को व्यवस्थित करने का प्रयास भी निरंतर होगा। आदिवासी समाज की सभी समस्याओं के निराकरण के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने उपस्थितजनों को स्वच्छता एवं नशा मुक्ति की शपथ भी दिलाई।

जिला पंचायत अध्यक्ष मीना राजे ने जननायक बिरसा मुण्डा जयंती पर आयोजित कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि बिरसा मुण्डा ने अंग्रेजों के शासन का पुरजोर विरोध किया और संसाधन विहीन होकर भी अपने अधिकार और आत्मसम्मान की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी। उन्होंने उपस्थित स्कूल के विद्यार्थियों से पढ़ाई एवं कैरियर निर्माण के लिए सदैव सजग एवं जागरूक रहने तथा भविष्य में जिम्मेदार नागरिक बनने का आह्वान किया। उन्होंने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान में पात्रतानुसार जिले के अन्य ग्रामों को भी शामिल करने की मांग रखी। 

नपाध्यक्ष मीना पाण्डेय ने कहा कि भगवान बिरसा मुण्डा ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जनजातीय समाज को संगठित करने तथा समाज उत्थान में बिरसा मुण्डा के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने समस्त जाति व धर्म के लोगों से राष्ट्रहित में काम करने का आह्वान भी किया था। प्रारंभ में जिला संयोजक आर.के. सतनामी ने जिले में धरती आबा अभियान के क्रियान्वयन और 18 विभागों की 25 योजनाओं के लाभ से समस्त जनजातीय वर्ग के लोगों को लाभांवित करने की कार्ययोजना के बारे में बताया। अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन कर एवं भगवान बिरसा मुण्डा के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। 

इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष संतोष सिंह यादव, नगर पालिका उपाध्यक्ष आशा गुप्ता सहित कलेक्टर सुरेश कुमार, जिला पंचायत सीईओ संघ प्रिय, विष्णु पाण्डेय, पुष्पराज सिंह, वृन्दावन पटेल, मनीषा गोस्वामी भी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन परियोजना अधिकारी संजय सिंह परिहार द्वारा किया गया, जबकि आभार प्रदार्शन अतिरिक्त सीईओ एवं कार्यक्रम के नोडल अधिकारी अशोक चतुर्वेदी ने किया। जिले के पवई एवं गुनौर विकासखण्ड मुख्यालय पर भी बिरसा मुण्डा जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

कार्यक्रम स्थल पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बिहार के जमुई में आयोजित राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस तथा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में शहडोल में आयोजित बिरसा मुण्डा जयंती के राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया गया।

अनुकम्पा नियुक्ति पत्र सहित हितलाभ का किया वितरण

जनजातीय गौरव दिवस के जिला स्तरीय कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के लाभार्थियों को सांकेतिक रूप से हितलाभों का वितरण किया गया। वन अधिकार पट्टे सहित अतिथियों द्वारा अनुकम्पा नियुक्ति पत्र भी वितरित किए गए। शहर के पांच स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा जनजातीय कला एवं संस्कृति पर केन्द्रित आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। जिला कलेक्टर ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में सभी पांच समूह के विद्यार्थियों द्वारा सामूहिक रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर दो-दो हजार रूपए के नकद पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा भी की।

00000

No comments:

Post a Comment